आज दिनांक 13 सितंबर को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के द्वारा कलेक्टर कोरिया को ज्ञापन सौंपा गया साथ ही माननीय प्रधानमंत्री महोदय एवं माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल महोदय को पत्र भेजकर अपनी मांगों से अवगत कराया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के विभिन्न मांगे
(1)आंगनबाड़ी कर्मियों को शासकीय कर्मचारी घोषित कर सामाजिक सुरक्षा देकर उन्हें उचित श्रेणी में शामिल किया जाए।
(2) आंगनबाड़ी कर्मियों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन 18000 सहायिका को 9000 प्रतिमाह भुगतान किया जाए।
(3) नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों को प्राइमरी स्कूल में बदलने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्राइमरी टीचर व सहायिका को प्राइमरी असिस्टेंट टीचर में शिक्षण के अनुभव पर उस की शैक्षणिक योग्यता को देखते हुए परीक्षण देखकर पदोन्नति की जाए।
(4) आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत कर्मचारियों को भविष्य निधि, जीवन निर्वाह भत्ता, सेवा निवृत्त भत्ता, एवं उन पर आश्रितों को चिकित्सा सुविधा उनके बच्चों के लिए शिक्षा की सुविधा लागू की जाए।
(5) मिनी आंगनबाड़ियों को मेन आंगनबाड़ी में बदला जाए व सहायिका की नियुक्ति किया जाए।
(6) आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका की 9 माह की एरियर्स राशि का भुगतान जल्द किया जाए।
(7) पोषण ट्रैकर में कार्य करने हेतु एंड्रॉयड फोन, सिम,इंटरनेट खर्च की निर्धारित राशि का भुगतान किया जाए।
महामंत्री बीएमएस अशोक दुबे की अगुवाई में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायक संघ के द्वारा कोरिया कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया एवं अशोक दुबे के द्वारा बताया गया कि हमारी मांगों को पूरी नहीं करने पर छत्तीसगढ़ शासन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर में धरना प्रदर्शन एवं अनदेखी करने पर केंद्रीय शासन प्रधानमंत्री दिल्ली तक आंगनवाडी कार्यकर्ता सहायक संघ जाने को तैयार एवं सरकार को अपनी और आकर्षित एवं मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।