कुदरत के कहर की एक्सक्लूसिव तस्वीर दर्जनों गांव खतरे के निशान के पार

307

 पैलानी तहसील क्षेत्र के चिल्ला कस्बे के पास बह रही यमुना नदी में लगातार पानी से कभी भी बन्द हो सकता है,13 नम्बर नेशनल हाईवे।यमुना नदी के बढ़ने से पैलानी तहसील क्षेत्र की केन नदी व चंद्रावल नदी ने अपना रौद्र रूप दिखना शुरू कर दिया है। यमुना नदी खतरे से निशान से 15 सेमी ऊपर चल रही हैं।यमुना,केन व चंद्रावल नदियों के बढ़ने से हजारों बीघा खेत जलमग्न हो गए।कई रास्तो से आवगमन बाधित हो गया है।बाढ़ प्रभावित इलाकों में प्रशासन ने भी चौकसी बढ़ा दिया है।केन नदी में यमुना का पानी आने से तहसील क्षेत्र के नरी गांव का पूर्व माध्यमिक विद्यालय डूब गया है।वही तीन दर्जन से अधिक गाँवो के सम्पर्क मार्ग बंद होने से ग्रामीणों ने नाव का सहारा ले रहे हैं। पैलानी डेरा से कानाखेडा जाने वाला मार्ग बाधित हो गया और सिंधन कला जाने वाले मार्ग में तूरा नाला में नाव के सहारे आ जा रहे हैं वही एक महिला नव में बैठी थी जिसे डिलीवरी होने को कुछ समय ही बाकी थी जिसे काफी देर 102 गाड़ी का इंतजार करना पड़ा तब जाकर एक घंटे बाद गाड़ी आई, तूरा नाला भर जाने से लगभग एक दर्जन गांव प्रभावित है जिनके आने जाने का मात्र एक सहारा नाव ही नहीं है। केंद्रीय जल आयोग के एसडीओ भारत कुमार चौरसिया ने चिल्ला कस्बे में स्थित जल आयोग के ऑफिस में जाकर बाढ़ के हालातों को देख कर बाँदा के जिला प्रशासन को आने वाली बाढ़ के बारे में अवगत करवाया।एसडीओ भरत कुमार चौरसिया ने बताया कि इस समय यमुना नदी खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर ऊपर चल रही हैं।पानी इस समय 4 सेंटीमीटर प्रति घण्टे के हिसाब से चल रही हैं।उन्होंने बताया कि अभी और पानी आने की संभावना है।जल आयोग के एसडीओ भरत कुमार चौरसिया ने बताया कि चिल्ला थाना को फोर कास्ट का लेटर दे दिया गया है जिससे कि चिल्ला पुलिस बाढ़ प्रभावित गाँवो में जाकर ग्रामीणों को एलर्ट करे।इसके अलावा वार्निंग लेवल 99 व डेंजर लेवल 100 पर हो चुका है। वही पूरे मामले की जानकारी  पैलानी के उपजिलाधिकारी रामकुमार ने बताया कि पुरे पैलानी तहसील क्षेत्र में 17 बाढ चौकी व 3 सेक्टर बनाए गए हैं।उपजिलाधिकारी रामकुमार ने कहा कि अभी तक कोई भी गांव खाली नही कराया गया है।वहाँ के हल्का लेखपालों को निर्देश दिए हैं कि वे वही पर रहकर स्थिति पर नजर रखे।

            

रिपोर्ट- रूपा

स्थान- बाँदा