कुंदा पंचायत के कुसुंभा गांव में आज सुबह बुधन भुइयां के 10 वर्षीय पुत्र आकाश भुइयां का पेट मैं दर्द शुरू हुआ,जिसको लेकर एक स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर के पास उसकी मां पहुंची। डॉक्टर से पेट दर्द के राहत के लिए उसकी मां ने गोली की मांग करती रही पर डॉक्टर ने अपने जिद पर अड़ कर नाबालिग युवक आकाश को एक इंजेक्शन लगा दिया।
जिसके बाद बच्चे की हालत काफी बिगड़ गई डॉक्टर ने अपने बचाव के लिए आकाश की मां को घर ले जाने को कहा और बोला मैं स्वयं आकर वहां अच्छी तरह से इलाज कर दूंगा!
मौत के बाद मामले को लिपापोती में जुटे है लोग। ज्ञात हो कि बुधन भारती गरीबी रेखा से नीचे है वे किसी तरह से मजदूरी कर अपने घर परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। उनका एक ही बेटा था जो आज झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से उनका साथ छोड़ दिया लोगों का रो रो कर बुरा हाल है ।