चतरा: करममोड़ से फुलवरिया मारंगलोईया लेम्बुआ कसियाडीह तेसरचेपा व पदमपुर जैसे दर्जनों गांवों को जोड़ने वाली सड़क का हाल बेहाल। भारी वाहनों के परिचालन से सड़क गढ्ढों तब्दील। भारी कीचड़ और जलजमाव से लोगों का चलना हुआ दुभर। रोजाना अनियंत्रित होकर गिर रहे दोपहिया वाहन में सवार लोग। सड़क की स्थिति को देख रोजाना गुजरते हैं क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि, लेकिन स्थिति देखकर भी खेलते हैं जनता से आंख-मिचौली का खेल।
ग्रामीणों के शिकायत के बाद मुखिया जी का अलग फरमान पंचायत के फंड में नहीं है सड़क मरम्मतीकरण के पैसे। ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों के प्रति जताया आक्रोश, नेता सिर्फ झूठे आश्वाशन के भरोसे। सड़क की मरम्मती नहीं होने पर वोट बहिष्कार का ग्रामीणों ने लिया निर्णय। बड़ा सवाल क्षेत्र में अपने लोकप्रियता का दर्जा देने वाले स्थानीय विधायक कब लेंगे मामले की संज्ञान और आखिर कब बदलेगा सड़क का हाल…?