बलरामपुर
ब्यूरोचीफ सुशील श्रीवास्तव
जिले की थाना गौरा चौराहा के ग्राम गोविंदपुर में हत्या को आत्महत्या साबित करने में जुटी है,वहीं पीड़ित परिवार इंसाफ मांगने के लिए दर दर भटकने पर मजबूर है । और आरोपी खुले आम घूम रहा है।
मामला बलरामपुर जिले के थाना गौरा चौराहा के अंतर्गत ग्राम गोविंदपुर का है। बीते 22 मार्च 2024 की रात्रि पंकज कुमार अपने निर्माणाधीन मकान में रोज की तरह सो रहा था । जब सुबह पंकज कुमार अपने घर वापस नहीं आया तो उसके पिता धनी राम यादव अपने नवनिर्माणाधीन मकान पर पंहुचा जहां उसके लड़के का शरीर एक रस्सी के सहारे लटका था,और उसके दोनो हाथ बंधे थे ।
पिता के गुहार करने पर गांव के लोग भी मौके पर पंहुच गए। घटना की सूचना धनीराम यादव ने गौरा चौराहा पुलिस को दिया ।सूचना मिलते ही गौरा चौराहा पुलिस भी मौके पर पहुंची और युवक पंक्ज कुमार के लटकते शव को उतरवाया । और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।
थाना गौरा चौरा पुलिस ने इस घटना की अज्ञात धाराओं में लिखकर मृतक के परिजनों को आरोपी के बारे में पता लगाने को कहे ।
परिजनों द्वारा पुलिस को आरोपी का नाम बता देने के लगभग छः माह बाद भी गौरा पुलिस आरोपी को पकड़ने की जहमत भी नही कर रही है। वहीं आरोपी युवक खुले आम घूम रहा है ।और पीड़ित परिजन न्याय पाने के लिए जिले के आला अधिकारियों के अलावा शासन स्तर तक गुहार लगाकर थक हार चुके हैं ।परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस न खाता न बही,पुलिस जो कहे वही सही। रस्सी से लटकते युवक जिसका दोनो हाथ बंधा हो, उस प्रत्यक्ष घटना को थाना गौरा चौराहा आत्महत्या साबित करने में पूरी ताकत लगा रही है । और आला अधिकारी भी एक थानेदार के सराहनीय कार्य की नजअंदाज कर रहे हैं ।