- खौफ के साए में नौनिहाल! उतरी जर्जर भवन में बच्चे पढ़ने को मजबूर
- उत्तरी गांव में उपयुक्त भवन पर शिक्षिका का कब्जा,शिक्षिका ग्रामीणों के मना करने के बावजूद खंडहर भवन में शाला संचालित
- सहायक आयुक्त जॉच करे तो दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ जाएगा
- संवाददाता इदरीश विरानी दामजीपुरा/भीमपुर
भीमपुर विकासखण्ड के ग्रामीण इलाकों में शिक्षा व्यवस्था की स्थिति किसी से छुपी नहीं है. समय-समय पर ऐसी तस्वीरें भी सामने आती हैं, जिसे देखकर लगता है कि ऐसी हालत नौनिहाल आखिर गुणवत्तापरक शिक्षा कैसे हासिल कर पाएंगे. कुछ ऐसा ही हाल है भीमपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत डोडाजाम के उतरी शासकीय प्राथमिक शाला का है
ग्रामीणों झोले के मुताबिक शिक्षिका श्रीमती संगीता बिहारे द्वारा स्कूल के अतिरिक्त कक्ष में अपना कब्जा जमाए रखा है,निवास बना लिया है,इस कारण बच्चो को खंडहर भवन में जहाँ पूरे फ्लोर में गड्ढे खिड़की दरवाजे टूटे फूटे छत पूरी जर्जर हालत में गिर रहा है बच्चें कहते है पापा डर लगता पत्थर,गिट्टी उपर से गिरती है कब गिर भवन का कोई ठिकाना नही फिर भी शिक्षिका श्रीमती संगीता बिहारे द्वारा बच्चो को जर्जर भवन में बिठाया जा रहा है शिक्षिका को ग्रामीणों द्वारा मना करने के बाद भी यहां के शिक्षक ,शिक्षिका जान बूझकर इस भवन में शाला संचालित कर रहे है,बच्चो की जान जोखिम में डालने का काम कर रहे है,यहां की शिक्षिका को मना करने के बाद भी वह अपना कब्जा बनाये रखे है,गांव वालों ने कुछ बोला तो सीधे एफआईआर दर्ज करने की धमकी दी जा रही है ग्रामीण शिक्षिका से डर रहें हैं,ग्रामवासी शिक्षिका के इस बेतुके रवैये से बहुत परेशान हो गए है,समय पर स्कूल नही आना स्कूल 4 बजे ही बंद करती शिक्षिका द्वारा घोर लापरवाही बरतने का काम किया जा रहा है,गाँव वाले शिक्षिका से इतने भयभीत है,की कुछ बोलने के पहले सोचने के लिए मजबूर हो जाते , ग्रामीणों की मांग है कि शिक्षिका संगीता बिहारे को अन्यत्र ट्रांसफर करवाया जाए ताकि शाला संचालन ठीक ढंग से हो सके ग्रामीणों ने यह भी बताया कि शिक्षिका से ग्रामीण बहुत परेशान है आए दिन ग्रामीणों को धमकी दी जा रही है ग्रामीण का कहना है स्कूल के बच्चों को भी डराया जा रहा किसी को कुछ बताना नही शिक्षिका के इस रवैया से बच्चें भी भयभीत है
आज भी बच्चे जर्जर भवन के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं. स्थिति ऐसी विकट है कि भवन की छत टूटकर नीचे फर्श पर गिर रही है. बच्चें नीचे मिट्टी उत्त गंदगी में पढ़ाई करने को मजबूर है इसके बावजूद छोटे-छोटे बच्चे इसी छत के नीचे बैठकर शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हैं.ये कैसा मध्य प्रदेश है ग्रामीणों शिक्षिका से इतने भयभीत है की कोई आरोप में फसा देगी इस भय से ग्रामीण परेशान हैं ग्राम सभा में ग्रामीण ने अपना दुख ग्राम पंचायत को भी बताया है परन्तु अभी तक शिक्षिका के रवैया में कोई सुधार नहीं हुआ स्थिति जस की तस बनी हुई है ग्रामीण झोले बताते हैं कि मेरे बच्चें उसी स्कूल में पढ़ते हैं भवन में छत से रेता गिट्टी गिरते रहती पापा में स्कूल नही जाऊंगी डर लगता है इस समस्या को देखने ग्रामीण पानी टपक रहा तो सभी ग्रामीण स्कूल देखने गए तो ग्रामीणों ने शिक्षिका को बोला की बच्चें को आप सुरक्षित स्थानों पर बिठाए खंडर भवन में नही बिठाए ग्रामीणों ने इतना कहा तो शिक्षिका ग्रामीणों पर ही रेस हो गई आप कौन होते हो बोलने वाले धमकाने चमकाने लगी मैं जो करूंगी वही होगा शिक्षिका के इस रवैया से ग्रामीण डरे सहमे से रहने लगें है ग्रामीणों का आरोप है की शिक्षिका ग्रामीणों और बच्चें को धमकियां देकर डराती रहती है
इनका कहना
*इस संबंध में भीमपुर बीइओ कौशिक का कहना
है आपके द्वारा मामला संज्ञान में आया है जल्दी जांच करवाता हूं*
इनका कहना
सीएसी कुंनखेड़ी संकुल मनोहर यादव का कहना
शिक्षिका अतिरिक्त कक्ष में रहती है और खंडहर भवन में शाला संचालित कर रही है हम मानते है शिक्षिका की गलती है बीईओ, सीएसी हम जल्द स्कूल की जांच कर भवन खाली करवाएंगे