जिले के किसान अब स्वयं कर सकेंगे गिरदावरी

पंकज राठौड़ ब्यूरो चीफ बारां 13/09/24
जिले के किसान अब स्वयं कर सकेंगे गिरदावरी
किसानो की सुविधा के लिए विकसित राज किसान गिरदावरी ऐप

बारां, 13 सितंबर। जिले के किसान अब स्वयं कर सकेंगे गिरदावरी। माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा की गई बजट घोषणा के क्रम में राज्य सरकार की ओर से किसानों की सुविधा के लिए राज किसान गिरदावरी ऐप विकसित किया गया है। जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने के सभी किसानों से अधिक से अधिक ऐप का उपयोग कर फसल की गिरदावरी स्वयं करने की सुविधा का लाभ उठाने की अपील की है।

ऐसे करें ऑनलाइन गिरदावरी

बारां एसडीएम पूजा मीणा ने बताया की ऑनलाइन गिरदावरी करने के लिए सर्वप्रथम राज किसान गिरदावरी ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कर अपने जनाधार से ऐप को लॉगिन करना है। आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त होगा। जिसमें वेरिफाइ होने के बाद ऐप लॉगिन हो जाएगा। उसके बाद फसल विवरण जोड़ें पर क्लिक करना है, फिर ऊपर की साइड में जनाधार से जुड़े खसरे का ऑप्शन आएगा एवं दूसरी साइड में खसरा सर्च करने का ऑप्शन रहेगा। उसमें काश्तकार को अपना जिला, तहसील एवं गांव सिलेक्ट करते हुए आगे बढ़ना होगा। इसके पश्चात अपने खेत का खसरा अंकित करते हुए कैलीब्रेट करें पर क्लिक करना होगा। कैलिब्रेट करने के बाद गिरदावरी सीजन एवं फसल सिलेक्ट करते हुए खसरे का एरिया हेक्टेयर में अंकित करना होगा। उसके बाद फसल सिंचित है या असिंचित एवं सिंचाई का स्रोत तथा फलेवर पेड़ है तो उनकी संख्या आदि अंकित करते हुए खेत खसरे में जो फसल बो रखी है उसकी साफ सुथरी फोटो अपलोड करनी होगी। उक्त प्रक्रिया के बाद प्रिंट प्रिव्यू का ऑप्शन दिखेगा, वहां क्लिक करने के बाद सबमिट का ऑप्शन रहेगा। सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक करने पर काश्तकार की ओर से की गई गिरदावरी सबमिट होते ही पंजीकरण संख्या प्राप्त हो जाएगी। फसलों की गिरदावरी संबंधित प्रक्रिया खेत में खड़े रहकर पूर्ण करनी होगी।

पूजा मीणा ने बताया की किसानों की ओर से स्वयं ओनलाइन गिरदावरी करने से गिरदावरी कार्य में पटवारी स्तर पर निर्भरता कम रहेगी और वास्तविक फसल की गिरदावरी करना संभव हो सकेगा, साथ ही फसल का अंकन समुचित रूप से हो पाएगा, फसल गिरदावरी वास्तविक फसल के आधार पर हुई है इस बात को लेकर किसान पूर्ण रूप से संतुष्ट रहेगा। उन्होंने कहा की गिरदावरी से जुडी कोइ समस्या होने पर किसान अपने ग्राम पंचायत के पटवारी से संपर्क कर सकते है।

उन्होंने कहा की इससे सरकार को रियल टाइम आंकड़े मिल सकेंगे जिससे एमएसपी पर खरीद की प्रभावी योजना बन सकेगी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों को सही मुआवज़ा मिल सकेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!