केकड़ी – नौ कुंडीय हवन यज्ञ की पूर्णाहूति के साथ 8दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का हुआ समापन
श्रीरामदारा चातुर्मास समिति केकड़ी के द्वारा आयोजित आठ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान गंगा का 29 सितंबर को भव्य समापन हुआ । समिति के वरिष्ठ कार्यकर्ता निरंजन तोषनीवाल ने बताया कि केकड़ी के कादेड़ा रोड़ स्थित पटेल मैरिज गार्डन में संत ललितराम महाराज के शिष्य रामस्नेही संत ईश्वर राम महाराज ने संगीतमय श्रीमद भागवत कथा में श्रीकृष्ण सुदामा की मित्रता पर धर्मोपदेश देते हुए कहा कि दोनों मित्र संदीपन मुनि के आश्रम में मिले थे। जहां से विद्या प्राप्त करने के बाद भगवान श्री कृष्ण राक्षसों का संहार करते हुए द्वारकापुरी में बस गए। वहीं सुदामा छोटी सी कुटिया में अपनी धर्मपत्नी के साथ निर्धनता में जीवन काट रहे थे। एक दिन उनकी पत्नी ने उनको भगवान श्रीकृष्ण के पास मदद के लिए भेजा। द्वारिका पहुंचने पर भगवान ने अपने बचपन के मित्र सुदामा को गले से लगाया और अपने सिंहासन पर विराजमान कराया ओर पत्नी रुकमणी के साथ बैठ कर बड़े करुणा हृदय से नेत्र अश्रुधारा से सखा सुदामा के चरण धोए । निर्धन सुदामा तब मित्र कृष्ण के लिए दो मुट्ठी चावल लाया था भगवान कृष्ण की कृपा ऐसी बनी कि सखा सुदामा को दो मुट्ठी चावल के बदले दो लोक लोक दे डाले। कथा व्यवथापक रामगोपाल सैनी ने बताया कि कथा व्यासपीठ पर विराजमान राम स्नेही संतो का रामद्वारा चातुर्मास समिति के द्वारा स्वागत सम्मान किया चातुर्मास समिति के वरिष्ठ सदस्य आनंदीराम सोमानी ने बताया कि श्रीमद भागवत कथा के समापन पर पंडिताचार्य रामचरण शास्त्री के नेतृत्व में 9 कुडिय हवन यज्ञ सुख शांति ओर समृद्धि की कामना के साथ करवाया । सोमानी ने ये भी बताया श्रीमद् भागवत कथा के समापन समारोह के अवसर पर सर्वसमाज के लिए महाप्रसादी का भी विशाल आयोजन भी किया गया । 8 दिवसीय कथा में आर्थिक या सामग्री भेंट कर सहयोग देने वाले सभी भामाशाहों ,दानदाताओं , समाजिक संगठनों का एवम कार्यकर्ताओं का मंच पर कथा वाचक संत ईश्वर राम महाराज के द्वारा स्वागत सम्मान करवाया गया । समापन समारोह में तुलसीराम विजय , रामनिवास नामा , यज्ञनारायण शक्तावत , गोपाल लाल वर्मा , महेंद्र प्रधान, राजेंद्र बियानी ,मनोज न्याति , हरिशंकर विजय , राजेश सेडानी , भगवान साख्य , बंशीलाल जांगिड़ , धनराज जाट , सुरेश चौधरी ,दिनेश वैष्णव , दसरथ चौधरी , कैलाश माली, किशन पटेल सहित महिला मंडल के सभी सदस्यों सराहनीय सहयोग प्रदान किया।
डॉ ज्ञान चन्द जांगिड़ ब्यूरो चीफ केकड़ी