लोकेशन ख़बर धौलपुर
सार्वजनिक निर्माण विभाग की सड़कों में करोड़ों रुपये के बड़े भ्रष्टाचार का मामला
ब्यूरो रिपोर्ट मनोहर सिंह चाहर
धौलपुर । सार्वजनिक निर्माण विभाग एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। सार्वजनिक निर्माण विभाग और संवेदक का गठबंधन ने सरकार को नुकसान पहुंचाया और सरकार की छवि को धूमिल किया जा रहा है। इसीलिए सरकार ने अपनी छवि को स्वच्छ बनाने के लिए संवेदक द्वारा किए गए कार्यों की जांच के लिए विजिलेंस की टीम भेजी है। विजिलेंस की टीम ने करीब 11 सड़कों के सैंपल लिए हैं जिसकी जांच आने पर रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जाएगी।
गौरतलब है कि जिले में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा बनवाई गई सड़कों में भारी धांधलेबाजी हुई है। जिनमें कुछ बिना सड़क डाले ही भुगतान हो गया, जो बाद में लीपापोती कर दी गई तो कुछ सड़कें बिना मापदंड के बनी हैं। इस कारगुजारी की शिकायत जब सीएम हाउस पहुंची तो विभागीय अधिकारियों में खलबली मच गई और विजिलेंस टीम धौलपुर पहुंचने लगी, जिसने सड़कों के सैंपल लिए थे। यह मामला शांत भी नहीं हो पाया जब तक एक और विजिलेंस की टीम धौलपुर पहुंच गई है। यह टीम एसई विजिलेंस अशोक कुमार खटीक के नेतृत्व में आई है जो सड़कों के सैंपल ले रही है। एसई विजिलेंस अशोक कुमार खटीक ने बताया कि अब तक 11 सड़कों के सैंपल लिए हैं। उन्होंने भी माना है कि कुछ सड़कों में कमियां मिली हैं उन्होंने बताया कि अब तक 9 सड़कों के सैंपल ले लिए हैं और शुक्रवार को दो सड़कों के सैंपल लिए जाएंगे जिनमें ध्वजपुरा सहित अन्य सड़क है। इन सड़कों के सैंपल को हैड ऑफिस भेजेंगे, वहां से जो रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर रिपोर्ट बनाकर जयपुर भेजेंगे।
पूर्व में भी निर्धारित मापदंडों के अनुसार सड़कों का न बनना और कुछ बिना सड़क डाले ही भुगतान हो गया, जो बाद में लीपापोती कर दी गई थी। इस प्रकरण में भी विजिलेंस की टीम धौलपुर पहुंची थी जिसने नमूने लिए थे। अब सवाल ये है कि जिले में सड़कों के मामलों में लगातार आ रही विजिलेंस की टीम कहीं न कहीं ये नवनिर्मित सड़कें संदेह के घेरे में हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई सामने आ जाएगी।