सुकनी नदी से रेत का खनन कर इन्टरलोकिंग का किया जा रहा निर्माण, रेत मे मिट्टी, ग्रामीणों ने की जाचं की मांग

कोटा इटावा

कोटा ब्यूरो चीफ मुकेश गोस्वामी

सुकनी नदी से रेत का खनन कर इन्टरलोकिंग का किया जा रहा निर्माण, रेत मे मिट्टी, ग्रामीणों ने की जाचं की मांग

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कोटा जिले के इटावा उपखंड क्षेत्र के करवाड गांव में ग्राम पंचायत करवाड़ के खाधान्न भवन के पास इंटरलॉकिंग के साथ नालिया बनाने का काम बिते दिनों से चल रहा है। जिस पर आज हम
आपको बता दें
पीपल्दा विधानसभा क्षेत्र में आने वाली सभी ग्राम पंचायतों के ठेकेदारों द्वारा ऐसी मनमानी देखने को मिलती चली आ रही है अधिकतर ग्राम पंचायतों में पत्नी सरपंच और पति ठेकेदार का लाइसेंस बना कर अपने निजी ट्रैक्टर ट्रॉली द्वारा छोटी बड़ी नदियों से अवैध खनन करके काली रेत निकाल कर लाते हैं और ग्राम पंचायत द्वारा दिए गए सीसी ब्लॉक खरंजा नाली निर्माण वह अन्य निर्माण कार्यों में अवैध काली रेत का उपयोग कर दिया जाता है अवैध नदी की रेत का खर्चा ठेकेदार को महज एक हजार रुपए ट्रॉली के आसपास आता है उसी अवैध रेत का बिल बनाने की बजाय वह ग्राम पंचायतों के सरपंचों से मिलकर कागजों मैं बनास की बजरी के नाम से करीब 5 हजार रुपए का बिल बनवाए जाते हैं जिससे सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगा देते हैं ठेकेदार।
अब बात करें।
ग्राम पंचायत से लक्ष्मीपुरा मार्ग पर सुकनी नदी से अवैध खनन कर लाई रेत से इंटरलॉकिंग का निर्माण किया जा रहा जब हमारे द्वारा मौका स्थिति पर जाकर देखो तो निर्माण कार्य में मिट्टी मिली रेत का उपयोग और आवश्यकता से कम सिमेंट का उपयोग ठेकेदार के द्वारा किया गया।

जबकि नियम के खिलाफ ठेकेदार अपनी मनमानी करते हुये इंटरलॉकिंग बना रहा
ग्रामीणों के साथ मौहल्ले के नागरिकों का कहना है निर्माणाधीन का मौका स्थिति उपखंड अधिकारी देखे और उचित कार्य वाही करे।

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