धौलपुर के युवा कलाकार रमा पंडित का भक्तिमय ,,बाबा श्याम का नया भजन हुआ रिलीज
धौलपुर के नादनपुर गांव के युवा कलाकार रमा पंडित का भजन ‘खाटू वाले श्याम’ बना युवाओं की पहली पसंद

धौलपुर जिले के छोटे से गांव नादनपुर के निवासी युवा कलाकार रमा पंडित इन दिनों अपने नए भजन ‘खाटू वाले श्याम’ को लेकर जबरदस्त सुर्खियों में हैं। भजन के रिलीज़ होते ही यह श्याम भक्तों और युवाओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह गाना ज़ोरदार ट्रेंड कर रहा है और युवाओं में इसका क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है।
ऊर्जावान आवाज़, दमदार म्यूजिक और भक्ति व विश्वास से भरपूर अंदाज़ में प्रस्तुत यह भजन न केवल धौलपुर बल्कि राजस्थान से बाहर के कई राज्यों में भी खूब पसंद किया जा रहा है। स्थानीय कलाकार के रूप में रमा पंडित ने यह साबित कर दिया है कि यदि प्रतिभा के साथ सच्चा जुनून जुड़ जाए, तो सफलता निश्चित होती है।
रमा पंडित ने बताया कि यह तो सिर्फ शुरुआत है। जल्द ही उनका अगला हरियाणवी सॉन्ग ‘बारात’ रिलीज़ होने वाला है, जो पहले से भी ज़्यादा धमाल मचाएगा।
इससे पहले मेरे चाहने वालों ने मेरे सॉन्ग एवं भजन , भोला लागे प्यारा,, चम्बल के गुंडे ,,पापी सॉन्ग को ढेर सारा प्यार दिया था में सभी से उम्मीद करता हु कि मेरे भजन ,,खाटू वाले श्याम,,को भी अपना प्यार एवं सहयोग दे
एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले रमा पंडित ने कहा,
“मैं एक किसान परिवार से बिलॉन्ग करता हूं। गाने बनाना मेरी शुरुआत से ही रुचि रही है। मेरा सपना है कि मैं समाज को कुछ अलग और सकारात्मक दिखा सकूं।”
उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता, अपने गुरु शिवानंद महाराज (मचकुंड धाम) और अपने सभी चाहने वाले छोटे-बड़े भाइयों को दिया। रमा पंडित ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत श्री जगतगुरु शंकराचार्य आश्रम में रहकर शिक्षा प्राप्त करते हुए की।
युवाओं को संदेश देते हुए रमा पंडित ने कहा,
“अगर इरादा मजबूत हो और दिल में सच्ची लगन हो, तो दुनिया का कोई भी काम मुश्किल नहीं होता। वक्त ज़रूर लगता है, लेकिन एक दिन इंसान निश्चित रूप से आगे बढ़ता है।”
अंत में उन्होंने अपने सभी चाहने वालों से इसी तरह प्यार और सहयोग बनाए रखने की अपील की और मीडिया टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि,
“मीडिया का सहयोग कलाकारों को आगे बढ़ने की नई ताकत देता है आपका बहुत बहुत धन्यवाद आभार। संवाददाता ब्यूरो चीफ धौलपुर