हर साल के तहत इस साल भी हर्षोल्लास और धार्मिक सदभावना के साथ 400 साल पुराना बदरपुर के ऐतिहासिक सेन्ट जोसफ गीरजा घर में प्रभु ईसा मसीह के पुनरुत्थान दिवस इस्टार सानडे मनाई गई। इस अवसर पर शनिवार रात 10.30 बजे एवं रविवार सुबह 8 बजे प्रार्थना सभा आयोजित किया गया। बदरपुर के ऐतिहासिक सेन्ट जोसफ गीरजा के प्रधान पुरोहित रेभारेन्ट फादर यीशुराज के अध्यक्षता में आयोजित
इस प्रार्थना सभा में ईसाई समुदाय के लोगों ने बाईवेल पाठ, मधुर धार्मिक गीत,बिश्ब-शान्ती के लिए सरबो-शक्तीमान पिता परमेश्वर एवं प्रभु ईसा मसीह से प्रार्थना की। गौरतलब हो कि ईशाई समुदाय के पवित्र धार्मिक ग्रंथ बाईबेल के अनुसार इजराईल देश के ईहूदी जाती के लोगो द्वारा प्रभु ईसा मसीह को क्रुस पर चढ़ाए जाने के बाद उनके मृत शरीर को दफनाए जाने के बाद तीसरे दिन पुनर्जीवित हो जाने के बात पर बिश्बास रखकर ईसाई समुदाय के लोग इस दिन को इस्टार सानडे पुनरुत्थान दिवस के रूप में मनाते हैं। बदरपुर सेन्ट जोसफ गीरजा घर में आयोजित इस पुनरुत्थान दिवस के प्रार्थना सभा में हाजारो से अधिक ईसाई समुदाय के लोगों ने भाग लिया। इस प्रार्थना सभा में पिटार एन्टनी,सिपरीयान डायास, जर्ज पिनारु, श्रीमती बीना एन्टनी,जूयेल पिनारु, फेड्रिक डायास,रीना डायास, श्रीमती धरती मार्टिन, डेसमंड मार्टिन प्रमुख ईसाई समुदाय के लोग मौजूद थे।
( असम के हाईलाकान्दी जीले से सिपरियान डायास के रिपोर्ट आर 9 भारत )