भीमपुर विकासखंड के बाटलाकला श्रीमद् भागवत का आज से शुरू होगी संत पं श्री कमलकिशोर नागर जी की कथा
जगह जगह पुष्प वर्षा के साथ भव्य कलश यात्रा निकाली गई
मालवा माटी के मां सरस्वती के वरद पुत्र संत पंडित श्री कमल किशोर जी नागर महाराज का ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत
संवाददाता इदरीश विरानी
लोकेशन भीमपुर
भीमपुर ब्लॉक के ग्राम बाटला कला में श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ ग्राम बांटलाकला में आज 4 मई 2022 दिन बुधवार से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है कथावाचक मालवा माटी के वरद पुत्र संत पंडित श्री कमल किशोर जी नागर महाराज के मुखारविंद से किया जा रहा है समस्त ग्राम वासियों के सहयोग से किया जा रहा है आयोजन आयोजन के लिए क्षेत्र व ग्रामवासी कार्य योजना में एक सप्ताह से जुटे रहे कथा स्थल पर तैयार ग्राम बांटलाकला के कथा हेतु ग्रामीण में उत्सुकता कई माह से चल रही है लगभग 1500 फीट लंबा मंच व्यास गादी के लिए सुरक्षित कर दिया गया है वही व्यास पीठ के सामने गोबर से लिप पर सुंदर रूप दिया गया है एवं प्रांगण में धार्मिक मान्यता के अनुसार सभी तैयारी की गई है वही टेंट संबंधित कार्य भी पूर्ण हो गया है कथा पंडाल के साथ-साथ अन्य तैयारियां भी चल रही है गुरुदेव की भक्ति में लीन क्षेत्रवासी मध्य प्रदेश के भीमपुर विकासखंड के अंतर्गत आदिवासी क्षेत्र में बांटलाकला में प्रसिद्ध पंडित कमल किशोर जी महाराज को सभी ग्राम वासियों के सहयोग से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है बताया गया है कि भीमपुर ब्लॉक में पंडित श्री कमल किशोर जी महाराज की यह दूसरी भागवत है जिन्हें सभी क्षेत्रवासी बेहद पसंद करते हैं वही बताए गए कि आसपास के समस्त क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक वरिष्ठ सहयोगी रामकिशन धुर्वे धर्मेंद्र बामने परशुराम बामने सज्जू लाल नारायण पाटील सरपंच सहित समस्त ग्रामवासी के सहयोग से श्रीमद्भागवत का आयोजन किया जा रहा है वही धर्मेंद्र बामने द्वारा बताया गया कि दामजीपुरा से पश्चिम में 15 किलोमीटर में स्थित बाटलाकला है जहां श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ किया जा रहा है वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था बनाई गई है एवं कोरोनावायरस की पूरी तरह पालन किया जाना है सभी श्रद्धालु से अपील की गई है कि मास्क लगाकर सभी श्रद्धालु आए एवं संत श्री नागर जी के श्री मुख से कथा श्रवण कर धर्म लाभ लेने की अपील की गई है 10 मई 2022 को भंडारा प्रसादी का वितरण किया जाएगा प्रसिद्ध पंडित श्री कमल किशोर जी नागर को गौ भक्ति के लिए जाने जाते हैं वह मालवी बोली से प्रवचन देते हैं यह बोली ग्रामीण इलाकों के लिए सीधी सरल भाषा मानी जाती है एवं क्षेत्र वासियों के लिए यह बोली प्रिय कहा गया है वहीं क्षेत्र में नागर जी की लोकप्रियता अधिक देखी गई