आखिर कौन करता है लौह अयस्क की रखवाली, जबकि वन विभाग का बडा़जामदा में लगा चेकनाका दिखावा मात्र है
सभी प्रकार के लोड वाहन चेकिंग के बाद छुटनी चाहिए लेकिन यहां ऐसा नही होता , कोई भी गाड़ियों की सुध लेने वाला नही
आज नोआमुंडी मे खनन विभाग द्वारा माइंस में छापेमारी की गई, लेकिन क्या वास्तव में छापेमारी का कोई असर होगा? अगर कुछ स्टॉक में हेरा-फेरी है, तो स्थानीय प्रशासन से भी सम्मलित रिपोर्ट बनाने की जरूरत।