यह राजनीति है !
जिले के तथाकथित पत्रकार भले ही कहने से या अपनी मर्जी से किसी का कम किसी का ज्यादा गुणगान करें पर उनके असंतुलित गुणगान काम नहीं आ रहे हैं।
इन तथाकथित पत्रकारों से राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हारा शेर अशोक शर्मा अच्छा है, उसने एक अखबार में छपी खबर पर पत्रकारों के सामने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर विधायक को बेपर्दा तो कर दिया पर जिले की जनता और पाठकों का दुर्भाग्य यह है कि किसी भी अखबार ने शर्मा की प्रतिक्रिया को नहीं छापा और ना ही न्यूज चेनलों ने उनकी वाइट चलाई।
मित्रों उसको कहते हैं अशोक गहलोत
यूं ही तीसरी बार मुख्यमंत्री नहीं बना है।
गहलोत के पास धौलपुर जिले के तीनों कांग्रेसी विधायकों की पूरी जन्म कुंडली है। वह बोलता कम हैं और मार ऐसी देता है कि जिंदगीभर खड़ा नहीं होता है।
प्रत्येक चुनाव के बाद राजस्थान में मुख्यमंत्री दावेदारी जताने वाले विधायक गहलोत के तलवे चाट रहे हैं, नाम उजागर करना ठीक नहीं हैं।