गणपति बप्पा मोरया ,अगले बरस तू जल्दी आ उदघोष के नारों घंटी नगाड़ों की धुन के साथ बुधवार की देर शाम विघ्नहर्ता,भगवान भोले के लाल का लोगों ने आगाज किया।
जगह जगह पंडालों में भगवान श्री गणेश की प्रतिमाओं की स्थापना करके भक्तो ने विघ्नहर्ता भगवान गणेश का पूजा अर्चना शुरू किया को की दास दिनों तक चलता रहेगा ।
हालांकि पंचांग के अनुसार हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी मनाई जाती है, लेकिन वार्षिक गणेश चतुर्थी को भगवान गणेश का प्राकट्य हुआ था, इसलिए ये भक्तों के लिए महापर्व बन जाता है।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान गणेश भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को अवतरित हुए थे।
और इसी मान्यता के अनुसार परम्परागत ढंग से मनाए जाने वाले श्री गणेश पूजन महोत्सव की जिले भर में धूम है । शाम होते ही श्रद्धालुओं का तांता पंडालों में सजे प्रतिमाओं के पूजन अर्चना और दर्शन करने निकल पड़ते हैं। चारो तरफ पंडालों से मिलते भक्तिम्यी ध्वनि बरबस भगवान श्री गणेश के तरफ आकर्षित हो जाती है।
R9 भारत बलरामपुर से सुशील श्रीवास्तव की रिपोर्ट