दादा दरबार के भक्त ग्राम पाडली में चल रही शिवमहापुराण
कथावाचक ने कहा
पानी पियो छान के और गुरू बनाऊ जान कर
दामजीपुरा संवाददाता
इदरीश विरानी
कथावाचक पंडित शिव शक्ति उपासक आचार्य श्री शिवम कृष्ण बुधौलिया नर्मदा पुत्र श्री धाम वृंदावन के मुखारविंद से ग्राम पाडली में श्री शिव महापुराण कथा मधुर वाणी से भक्ति ज्ञान यज्ञ हो रहा है बताए गए 24000 श्लोकों का मूल पाठ प्रतिदिन किया जा रहा है प्रतिदिन पार्थिव रूद्र निर्माण व अभिषेक चल रहा है
श्री शिव महापुराण संगीतमय कथा का महा प्रसादी दिनांक 19/02/2023 दिन रविवार दोपहर 12:00 बजे से किया जाएगा
आज होगा हमारे भोलेनाथ का विवाह
श्री शिव महापुराण संगीत में कथा में आज होगा भगवान भोलेनाथ का विवाह भगवान भोलेनाथ के विवाह को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। शिव विवाह की रस्में शुरू होगी। विवाह के रस्में के लिए पारंपरिक रीति -रिवाज से निभाई जाएगी। विवाह के लिए महिलाओं ने फल, मिठाई, साड़ी सहित अन्य श्रृंगार की सामग्री लाई जाएगी। वहीं विधि विधान से विवाह का कार्यक्रम किया जाएगा।
शिव महापुराण कथा में पंडित शिवम कृष्ण बुधीलिया ने कहा
महाराज
पानी पियो छान के और गुरू बनाऊ जान कर
घन घोलत सब सब यहीं रह जाएगी साथ कुछ नहीं जाएगा
यहां पर तो केवल शिव के प्रति अपना विश्वास लेकर आना। हमारा पेट भरने की जिम्मेदारी परमात्मा की है, लेकिन हमारे द्वारा रखी गई पेटी भरने की जिम्मेदारी परमात्मा की नहीं है।
पंडित शिवम् कृष्ण बोधोलिया ने कहा जो व्यक्ति अपने माता पिता का कहना छोड़ दूसरों का बात मानता है वो अपने विनाश को आमंत्रित करता है। भगवान शिव को जो दिल से जपता है उसे भगवान दिल से सुनते हैं। जीवन के इस यात्रा में सभी समस्याओं का एक ही हल एक लोटा जल सारी सुविधा का हल
ग्राम पाड़ली में आयोजित शिव महापुराण कथा के पांचवे दिवस में . कथा वाचक शिवम कृष्ण जी नर्मदा पुत्र वाले के मुखारबिंद से शिव कथा का श्रवण किया। राठौर परिवार द्वारा आयोजित कथा में पंडित जी अपने प्रवचन में भगवान शिव को कुछ नहीं चाहिए बस आप श्रद्धा से दीजिये। सारी दुनिया में किये गए व्रत, दान का पूण्य भले फलदायी न हो पर भगवान शिव को चढ़ाया गए समर्पण, बेलपत्र, अक्षत और जल का फल आपके साथ जीवन भर रहेगा उसका पूण्य कभी समाप्त नहीं होता। भगवान की भक्ति भाव सच्चे मन से होनी चाहिए तभी उसका फल प्राप्त होता है
ग्राम पाडली में शिव कथा का इंतजार करते हैं श्रद्धालु महराज ने कहा इनसे बड़ा साधु नही हो सकता कोई
तुम महादेव का जल, मंत्र और भजन संभाल लो, देवाधिदेव तुम्हें संभाल लेंगे : पं. शिवम् जी
पानी जब भगवान पर चढ़कर उनके स्पर्श में आ जाता है तो वह नाली में नहीं फेंका जाता बल्कि तुलसी के गमले तक पहुंच जाता है। वह जल बन जाता है और महादेव का हो जाता है। इसी तरह यदि हम शिवलिंग पर जल अर्पित करें और उसका स्पर्श कर लें तो हम महादेव के हो जाएंगे। तुम केवल उनका एक लोटा जल, उनका भजन, उनका मंत्र संभाल लों, वो तुम्हें संभाल लेगा, तुम्हारी सब मुसीबतों को संभाल लेंगे