ब्यूरो रिपोर्ट पलामू
पाटन प्रखंड के सुठा में शहीद क्रांतिकारी सत्यानंद स्वामी उर्फ रामदेनी चौधरी के शहीद दिवस समारोह संपन्न हुआ
।शहीद रामदेनी झारखंड पलामू के सूठा गांव में मनाया गया। स्वामी क्रांतिकारी आंदोलन से जुड़े हुए थे तथा हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के सक्रिय सदस्य रहे।ये सहारणपुर से आने वाली ट्रेन जिसमें अंग्रेजों के द्वारा रूपया इंग्लैंड भेजने के लिए ले जाया जा रहा था को काकोरी स्टेशन पर लूट लिया।इस दौरान भगत सिंह के कनपटी पर अंग्रेज ने रिवाल्वर तान दिया था तथा कुछ ही पलों में वह फायर करता कि सत्यानंद स्वामी की गोली अंग्रेज को चीरती हुई निकल गई तथा अंग्रेज वहीं धराशाई हो गया।इसके अलावा वे डाल्टनगंज हेड पोस्ट आफिस पोस्टल लूट कांड,बनारस मिल में मजदूरों के शोषण के खिलाफ मिल मुंशी पर जानलेवा हमला, गया षड्यंत्र केस हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के सदस्य के साथ ही कई क्रांतिकारी राष्ट्रवादी आंदोलन में शामिल रहे।ये दिन रात भारत मां की आजादी के लिए चिंतित रहते थे। अंग्रेजों ने अंग्रेजी सरकार के खिलाफ षड्यंत्र रचने के जुर्म में 26/05/1934 को वाराणसी सेंट्रल जेल में इन्हें फांसी दे दी गई।वीर सत्यानंद उर्फ रामदेनी चौधरी अपनी फांसी से बिल्कुल नहीं घबराए और हंसते हंसते फांसी पर चढ़ गए। निश्चित ही सत्यानंद स्वामी भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद की तरह निडर जिगरा वाला तथा सच्चे राष्ट्रभक्त थे।