सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाने वाला नागपंचमी का पर्व जिले में श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया गया। लोगों ने नाग देवता की पूजा कर वर्ष भर सुख, शांति की कामना की। मंदिरों में भगवान शिव के पूजन-अर्चन व जलाभिषेक के लिए सुबह भोर से तांता लगा रहा। जगह-जगह सपेरों ने नाग देवता का दर्शन कराया। वहीं पर लोगों ने दूध व लावा चढ़ाया। नगर के दुःख हरण नाथ मंदिर पर मेले की शक्ल में भारी भीड़ देर शाम तक जुटी रही। इस मेले में बच्चों ने गुड़िया को खूब पीटा और झूले का भी आनंद लिया। खिलौने की खरीददारी भी की। शिव मंदिरों पर लोगों ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया। घरों में लोगों ने दूध व लावा छिड़ककर सर्प दोष से मुक्ति की कामना की। मेले में बच्चों ने झूले तथा अन्य मनोरंजन के साधनों पर मजे लिए। ग्रामीण क्षेत्रों में भी नाग पंचमी का पर्व श्रद्धा और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया गया।
R9. भारत उतरौला से वाजिद हुसैन की रिपोर्ट।