वृंदावन से पधारे श्रीमज्जगदगुरु गुरु रामानुजाचार्य स्वामी अनंताचार्य जी महाराज के मुखारविंद निश्रित कथा सुधा धारा श्रोताओं को राधा रस में ओत-प्रोत कर देती है श्री महाराज जी श्रीमद्भागवत कथा का आध्यात्मिक दार्शनिक एवं वैज्ञानिक विवेचन करके श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर देते हैं उनके कथा का एक ही लक्ष्य रहता है जो जीवन में हर एक व्यक्ति को अपने जीवन का लक्ष्य बनाना चाहिए संकीर्ण विचारधारा से ऊपर उठकर एक विस्तृत विचारधारा के आकाश में श्रोतागण तरंगित होकर जब बिहार को देखते हैं तो बिहार की जातिवादी व्यवस्था संकीर्ण विचारधारा ही बिहार की दुर्गति का कारण है अगर बिहार की जातिवादिता संकीर्ण विचारधारा को हटा दिया जाए तो बिहार वह जगत जननी माता जानकी की भूमि है। दानि शिरोमणि राजा मौर्य ध्वज की भूमि है जिन्होंने परमात्मा को प्रसन्न करने के लिए अपने पुत्र का मोह तक नहीं किया।
भोजपुर की वीरता का बखान करते हुए जगतगुरु स्वामी अनंताचार्य जी महाराज ने राजा भोज एवं वीर स्वतंत्रता सेनानी बाबू कुंवर सिंह का वृहद बखान किया जिसे सुनने के पश्चात लंगड़े लूले को भी लड़ने की लालसा लग जाएगी वीर रस से सर्वथा ओत-प्रोत एवं भक्ति के भावभीनी भावना से भावित होकर भक्त कभी-कभी अपने नेत्रों से अश्रुपात भी करने लगते हैं तीसरे दिन की कथा में श्री स्वामी जी महाराज ने देवासुर संग्राम समुद्र मंथन सूर्य और चंद्र वंश की कथा हिरण कश्यप एवं प्रहलाद चरित्र पर भी चर्चा की जिस पर भक्तों के रोंगटे खड़े होने लगते हैं इस आयोजन के आयोजक श्री सुनील कुमार तिवारी ने कहा कि महाराज के वचन को सुनकर यहां की जनता इसके उपदेशों को अपने जीवन में उतारे जो महाराज जी के सारगर्वित प्रवचन का सारांश है की आध्यात्मिक जीवन हो या गृहस्त जीवन हो या जातिवादीता किसी के मन में बैठा है इन सभी विचारधाराओं से ऊपर उठकर राष्ट्र प्रेम को ही अपने जीवन का सर्वोपरि लक्ष्य बनाएं।
पूरे कथा मंच के संचालक राकेश कुमार धन्नू ने लोगों से अपील किया कि सपरिवार कथा का श्रवण करें इसमें पूरे परिवार का कल्याण होता है आयोजन समिति के सदस्य विनीत बाबा ददन तिवारी मिथिलेश पांडे अभिषेक रंजन साजन गुप्ता अनिल तिवारी सुधीर तिवारी मनीष तिवारी शशि पांडे चंचल पांडे प्रकाश कुमार टिंकू कुमार अजय मिश्रा संतोष मिश्रा पप्पू मिश्रा किट्टू एवं अन्य लोगों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।