डीसी ने समाहरणालय सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की
REPORT : BASANT KUMAR KASHYAP
LOCATION : SIMDEGA/JHARKHAND
सिमडेगा :- उपायुक्त सिमडेगा श्री सुशांत गौरव ने समाहरणालय सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की। प्राथमिकता के कार्यों को दिन-रात देखे बिना कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। मध्याह्न भोजन योजना की समीक्षा के क्रम में वर्ष 2020 में 134 दिन एवं वर्ष 2021 में 20 दिनों का डीबीटी के माध्यम से छात्र-छात्रों के खातें में अंतरण में लगभग 60 प्रतिशत हीं लक्ष्य की प्राप्ति हुई है। आवंटन की उपलब्धता के बावजूद अबतक बच्चों के खाते में शत प्रतिशत राशि हस्तागत न होने की स्थिति को देखते हुए 15 फरवरी तक सभी बच्चों के खाते में अंतरण राशि हस्तगत करते हुए राशि का व्यय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होने प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी व शिक्षा पदाधिकारियों को जिले में शिक्षा स्तर बेहतर बनाने की बात कही। सरकार की योजना एवं शिक्षा के प्रति किये जा रहे प्रयासों को विद्यालय के छात्र-छात्राओं को लाभ दिलाने की बात कही। उन्होने कार्य की मोनेट्रींग के लिए नोडल पदाधिकारी नामित किया। बीईईओ से पुछा कि कोई विद्यालय ऐसा है जहां हाथी के उपद्रव होने की संभावना है, तो बतायें, सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर आवश्यक कार्य किये जायेंगे। बानो और बोलबा प्रखण्ड में बैठक करे, शिक्षकों से पूछे कि इस मामले में विद्यालय स्तर पर क्या स्थिति है, प्रतिवेदन समर्पित करें। खाद्यान्न भंडारण हेतु गोदाम की समीक्षा की। आदर्श विद्यालय जिला स्तरीय योजना अन्तर्गत जिले के तीन विद्यालयों का चयन किया गया है। एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम के समीप कैसर ए हिन्द भूमि है, जहां उपायुक्त ने आदर्श विद्यालय निर्माण हेतु कार्रवाई करने का निर्देश दिया। प्रखण्ड स्तरीय आदर्श विद्यालय योजना अन्तर्गत सभी प्रखण्ड के एक-एक विद्यालय का चयन किया गया है। उपायुक्त ने आदर्श विद्यालय निर्माण कार्य से संबंधित जानकारी ली। उन्होने कहा कि जिले में आदर्श विद्यालय गुणवता पूर्ण बने साथ हीं सही जगह का चयन कर आगे के कार्यों को करने की बात कही। शिक्षा विभाग के रिक्त पद पर नियुक्ति करने पर चर्चा की कई वहीं इस ओर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही। शिक्षा विभाग अन्तर्गत डिजिटल इंटरवेंशन आईसीटी लैब की समीक्षा की। उन्होने विद्यालय के प्रार्चाय को आईसीटी लैब की गतिविधि का जियो टैग फोटो व वीडियो समर्पित करने को कहा। जिले के 66 विद्यालयों में लाईब्रेरी शुरू की गई है। आईसीटी से शिक्षा प्रणाली के परिणाम को देखते हुए बीईईओ को लाईब्रेरी का निरीक्षण कर डिजिटल क्लास को शुरू कराने से संबंधित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होने ऑनलाईन क्लास में छात्र-छात्राओं का विद्यालयवार उपस्थिति के आंकड़ों की समीक्षा की। कक्षा 6 से 12 तक क्लास में उपस्थिति को देख और बेहतर करने की बात कही। उन्होने दिव्यांग छात्र-छात्राओं को सरकार के द्वारा शिक्षा के दौरान मिलने वाले सहायत लाभ की जानकारी ली। लगभग 250 बच्चे ऐसे है जो पैर एवं आंख से दिव्यांग है। उपायुक्त ने 18 फरवरी तक सभी दिव्यांग बच्चों से संबंधित अद्यतन प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया। साथ हीं समाज कल्याण से मिलने वाले लाभ से भी आच्छादित किया जाएगा, की बात कही। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में ऐसा भी देखा गया है कि कुछ अभिभावक बच्चों के शिक्षा को लेकर गंभीर न होने के कारण बचपन से हीं बच्चा विद्यालय से दूर हो जाता है, ऐसे बच्चों को चिन्हित करने के लिए खोजो पढ़ाओ अभियान 12 फरवरी तक जिले में चलायें। उन्होने अभिभावक गण को भी बच्चों के शिक्षा के प्रति जागरूक करने की बात कही। पोशाक वितरण में शतप्रतिशत डीबीटी 15 फरवरी तक पूर्ण करने का निर्देश दिया। बच्चों का पैसा मिलने के बाद शिक्षकों का वेतन रिलीज करने की बात कही। जिला कोषागार पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश देने को कहा।
एसएमसी के वित्तीय कार्यों की समीक्षा के क्रम में विद्यालय में शेष राशि से पेन्टींग सहित मूलभूत सुविधाओं से संबंधित मरम्मति कार्य, चापानल के समीप सोखता गढ्ढा का निर्माण सहित अन्य आवश्यक कार्य को कराते हुए राशि का शतप्रतिशत उपयोगिता सुनिश्चित करायें। राशि का प्रर्त्यापण नहीं होने देना है। रीडिंग कैंपेन के तहत् शिक्षा टीम के द्वारा ग्राउण्ड स्तर पर किये जा रहे शिक्षण कार्यो का शिक्षक को दो मिनट का देना होगा प्रेजेंटेशन। रीडिंग कैंपेन के कार्य स्थिति एवं आउट कम के बारे में जानकारी प्रस्तुत करनी होगी। जागरूता रथ गांव-टोला लेबल पर जा रहा है, शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक कर रहा है, इसकी मोनेट्रींग करें, रोस्टरवार जिस क्षेत्र में रथ जा रहा है, वहां के शिक्षक, बीआरसी, सीआरपी कोई एक व्यक्ति हो जो गांव के लोगों को रथ के माध्यम से शिक्षा के प्रति जागरूक करें। उन्होने शिक्षा प्रणाली के तहत् दिव्यांग जनो को मिलने वाले लाभ के बारे में जागरूक करने की बात कही। एनिमिया एंव कुपोषण के प्रति शिक्षा विभाग के द्वारा किये जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की। बीईईओ को सिबियर एवं मोडरेट एनिमिक एवं कुपोषित बच्चों को ढुढ़ कर उनका एमटीसी में इलाज कराने की बात कही। उपायुक्त ने ग्रामीण क्षेत्र में चबुतरे की उपयोगिता को देखते हुए सभी बीईईओ को प्रत्येक पंचायत से एक निर्मित चबुतरा की सूची समर्पित करने की बात कही, जहां शेड का अधिष्ठापन कर धुप, बारिस में भी ग्रामीणों को तबुतरे में कार्य करने में आसानी होगी। शेड निर्माण का प्रस्ताव समर्पित करने को कहा। विद्यालय के बच्चों के साथ-साथ गांव-टोला के 15 से 18 वर्ष के बच्चों को प्रथम डोज के साथ दूसरा डोज भी शिक्षकों को समय पर दिलाने की बात कही। इसके अलावे अन्य महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दियें। बैठक में नोडल पदाधिकारी शिक्ष विभाग श्री प्रिन्स गोडविन कुजूर, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री कमलेश कुमार सिंह, डीपीओ, एपीओ, बीईईओ व अन्य उपस्थित थें।