चित्रलेखा श्रीवास की रिपोर्ट
सोहागपुर पीडीएस विवाद—खाद्य अधिकारी का गैर-जिम्मेदाराना रवैया—“आइंदा फोन मत करना| कलेक्टर संज्ञान लेंगे क्या?
कोरबा//करतला विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सोहागपुर की शासकीय उचित मूल्य दुकान में अनियमितताओं का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि दुकान संचालक शासन द्वारा तय दर से अधिक राशि वसूल रहे हैं। विशेषकर शक्कर पर निर्धारित दर से अधिक पैसा लेने की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि जब से स्वयं प्रभा महिला स्व सहायता समूह को दुकान संचालन का जिम्मा मिला है, तब से यही हाल है,राशन कार्ड में ₹3 जमा लिखने को बोलते हैं, लेकिन लिखा नहीं जाता।
बीते दिन इस विषय पर चैनलों में समाचार प्रकाशित होने के बाद जब खाद्य अधिकारी करतला, पारन सिंह सोनालकी से संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन पर कहा– “आइंदा से मेरे को कभी फोन मत करना, पेपर में जो छापना है छापिए, फोन रखिए।” इसके बाद अधिकारी ने फोन काट दिया। इस पूरे वार्तालाप का कॉल रिकॉर्डिंग उपलब्ध है।
अधिकारी का यह रवैया सवाल खड़े करता है कि जब जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारी ही जवाबदेही से बचने लगें तो ग्रामीणों की शिकायतों का समाधान कैसे होगा। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इस मामले को किस तरह संज्ञान में लेता है और क्या दोषियों पर कोई ठोस कार्रवाई होती है या नहीं।