अंतरराज्यीय धोखाधड़ी गिरोह में पांच गिरफ्तार फर्जी बैंक खाता धोखाधड़ी राउरकेला

अंतरराज्यीय धोखाधड़ी गिरोह में पांच गिरफ्तार फर्जी बैंक खाता धोखाधड़ी राउरकेला,

 

 

16|9 ओड़िशा प्रदेश की राउरकेला शहर के कुछ विशिष्ट बैंकों में कर्मचारियों की मदद से दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शा चालकों और पारिवारिक दुकानदारों के आधार और सिम कार्ड एकत्र कर फर्जी खाते खुलवाकर उनमें लाखों रुपये का लेनदेन किया गया। इसमें पंजाब, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों के साइबर जालसाज शामिल हैं। राउरकेला पुलिस ने ऐसे ही कुछ धोखाधड़ी गिरोह की गतिविधियों का पर्दाफाश किया है। सेक्टर-2-7 थाना पुलिस ने अंतरराज्यीय धोखाधड़ी गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में सेक्टर-16 इलाके के राहुल राय (30), के.पी. पीएच कॉलोनी के शुभम 27), सेक्टर-15 कालीमंदिर के अभिजीत नायक (22), लक्ष्मी मार्केट के रोहितोष कुलिया (24) और सेक्टर-15 इलाके के नर अजीत (17) शामिल हैं। मोबाइल मैप समेत साइबर साक्ष्यों के साथ पांच मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। पुलिस घटना के सरगना की तलाश में जुटी है। इस संबंध में मामला (40.199/14) दर्ज कर लिया गया है। यह जानकारी शनिवार शाम 6:30 बजे सेक्टर-7 थाना परिसर में डीएसपी योगेश पांडा द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गई। इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए डीएसपी पांडा ने बताया, “भिलाई में रहने वाले हुतु सरगना के. श्रीनू राव नामक व्यक्ति का परिचय सेक्टर-16 में रहने वाले राहुल से हुआ था। श्रीनू एक सीधा-सादा और आम आदमी है।” एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी जा रही है। उसने राहुल को आधार, सिम कार्ड वगैरह इकट्ठा करने का लालच दिया। इसके लिए उसने एजेंट्स को लगाया और उन्हें एक छोर से दूसरे छोर तक आम लोगों के दस्तावेज़ इकट्ठा करने को कहा। इन एजेंटों ने शुरुआत में श्रीनू को 10 फ़र्ज़ी खाते दिए। बाद में, उन्होंने उसे 30 और खाते दिए। जिनकी अभी जाँच की जा रही है। इन खातों में दूसरी जगहों से पैसे जमा किए गए और लेन-देन किए गए। ये आम लोगों को निशाना बनाकर उनके साथ धोखाधड़ी कर रहे थे। बैंक नियमों का उल्लंघन करते हुए, ये जालसाज़ कुछ बैंक एजेंटों और कर्मचारियों की मदद से फ़र्ज़ी खाते खोल रहे थे। दूसरे राज्यों के साइबर गिरोह भी इसमें शामिल हैं। इसके अलावा, साइबर ठगी का काम भी किया जा रहा था। इस काम के लिए एजेंटों को मोटा कमीशन दिया जाता था। हालाँकि, एजेंटों को अभी तक कोई पैसा नहीं मिला है। इस घटना में शामिल आरोपियों की सूची लंबी है। उन्हें जल्द से जल्द पुलिस पकड़ लेगी। इस धोखाधड़ी गिरोह की वैश्विक स्तर पर तलाश की जा रही है। पांडा ने बताया कि दूसरे राज्यों की पुलिस आरोपियों का रिकॉर्ड खंगाल रही है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में डिप्टी कमिश्नर रवींद्र पात्रा, एस.आर. गिरि, आर.के. स्वैन, एच. नायक प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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