गौ संरक्षण के लिए गौ महासंघ की एवं ग्रामीण खेलों के लिए ग्रामीण खेल महासंघ की शीघ्र स्थापना होगी- ज्ञान देव आहूजा
रामगढ़ अलवर के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने धौलपुर सर्किट हाउस में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि गौ-आधारित अर्थव्यवस्था को बताया आत्मनिर्भर भारत की रीढ़ पूर्व विधायक आहूजा ने कहा कि गाय केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि भारतीय जीवन, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था की आधारशिला है। गौ-आधारित अर्थव्यवस्था ही वास्तविक आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त कर सकती है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय गोधान महासंघ द्वारा आयोजित राष्ट्रीय गोधान शिखर सम्मेलन 2025 आगामी 5 से 10 नवम्बर 2025 तक मेज़र ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य “गौ-आधारित नवाचारों के माध्यम से पर्यावरण, अर्थव्यवस्था और रोजगार का एकीकृत विकास” है।
आहूजा ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए गोधन आधारित उद्योग न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न कर सकते हैं, बल्कि जलवायु संरक्षण और जैविक कृषि को भी सशक्त बना सकते हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आहूजा ने यह भी कहा कि —यदि भारत की ग्राम्य आत्मा को पुनर्जीवित करना है, तो हमें गौ माता के संरक्षण और पंचगव्य उत्पादों के नवाचारों को जन-आंदोलन बनाना होगा। राष्ट्रीय गोधान शिखर सम्मेलन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रश्न पूछे, जिनका आहूजा ने विस्तार से उत्तर दिया। इसके साथ आहूजा ने बताया कि ग्रामीण खेल संघ की भी स्थापना करने का उन्होंने एक मिशन उठाया है जिसमें ग्रामीण स्तर पर खेले जाने वाले खेल कबड्डी, रुमाल झपट्टा, कुर्सी रेस एवं मलखंभ आदि खेलो को जीवित रखने और ग्रामीण युवाओं में खेल के माध्यम से स्वस्थ रखने का यह एक उपाय है, सरकार से निवेदन किया जा रहा है कि पंचायत स्तर पर ग्रामीण खेलों के लिए भूमि आवंटित कर युवाओं में खेल के प्रति जागृति लाना और अनुशासित जीवन जीने का एक बहुत अच्छा माध्यम होगा l इस अवसर पर राजीव रस्तोगी सही सहित कई युवा उपस्थित रहे l संवाददाता ब्यूरो चीफ धौलपुर