चित्रलेखा श्रीवास की रिपोर्ट
राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत ग्राम पंचायत गिधौरी में परियोजना स्तरीय शिविर का हुआ आयोजन
गिधौरी//विकासखंड करतला जिला कोरबा छत्तीसगढ़ के अंतर्गत आने वाले ग्राम गिधौरी में आज दिनांक 09/10 /2025 को परियोजना करतला अंतर्गत राष्ट्रीय पोषण माह परियोजना स्तरीय मनाया गया, जिसमें मुख्य अतिथियों के द्वारा सरस्वती प्रतिमा का पूजा अराधना एवं माल्यार्पण कर पूजा अर्चना किया गया। जिले में पोषण अभियान एवं स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के अंतर्गत महिला सुरक्षा, महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण तथा बाल विवाह रोकथाम विषय पर ग्राम पंचायत गिधौरी परियोजना स्तरीय शिविर किया गया। इस अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों और प्रतिभागियों को “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” एवं बाल विवाह रोकथाम की शपथ दिलाई गई। उक्त कार्यक्रम परियोजना अधिकारी श्रीमती कीर्ति जैन के मार्गदर्शन में किया गया।
कार्यक्रम में करतला जनपद उपाध्यक्ष मनोज झा, बरपाली तहसीलदार अभिजीत सिंह राजभानु, सरपंच विज्ञानी कंवर, जनपद सदस्य वेद प्रकाश चंद्राकर, सचिव दिलचंद साहू, उपसरपंच मीता बाई कंवर, पंचगण,सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि,अधिकारी, प्रशासनिक परियोजना अधिकारी रूपा रोजलीन मारिया, पर्यवेक्षक पुष्पलता पाटले, कौशिल्या बरेठ, केशर देवांगन, प्रियंका लकड़ा, सन्नी टेकाम,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं एवं बालिकाएं उपस्थित थीं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रशासनिक परियोजना अधिकारी रुपा रोजलिन बारिया ने कहा कि नारी हर परिवार की आधारशिला है, जो समाज को अपनी शक्ति और संवेदना से संवारती है। उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ के तहत स्थानीय पौष्टिक खाद्य पदार्थों के उपयोग पर बल देते हुए कहा कि रसोई में स्थानीय रूप से उपलब्ध ताजी सब्जियों और अनाज से तैयार पौष्टिक आहार को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए।
करतला जनपद उपाध्यक्ष मनोज झा ने कहा कि “हमारी रसोई ही हमारा औषधालय है”। उन्होंने बताया कि रसोई में मौजूद अनेक खाद्य पदार्थों में औषधीय गुण होते हैं, जो छोटी-मोटी बीमारियों में राहत दिलाने में सहायक हैं।
प्रशासनिक परियोजना अधिकारी ने कहा कि बच्चों को बेहतर पोषण देना समाज की प्राथमिक आवश्यकता है। कुपोषण बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में बाधा डालता है। उन्होंने कहा कि बेटियों को शिक्षा के साथ-साथ समाज की कुरीतियों से भी जागरूक करना जरूरी है। उन्होंने नागरिकों से पोषण अभियान और स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया।
कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए प्रशासनिक परियोजना अधिकारी रूपा रोजलिन बारिया ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान, बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को जन-जन तक पहुंचाना है। प्रशासनिक परियोजना अधिकारी ने बाल विवाह रोकथाम के कानूनी प्रावधानों और सामाजिक पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रशासनिक परियोजना अधिकारी रुपा रोजलिन बारिया ने मेधावी छात्राओं, क्विज प्रतियोगिता की विजेता बालिकाओं तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।