डिजिटल सखी | नारी शक्ति कार्यक्रम का धौलपुर में शुभारंभ, 3,000 ग्रामीण किशोरियों और महिलाओं को डिजिटल स्वास्थ्य साक्षरता से सशक्त बनाने का लक्ष्य

डिजिटल सखी | नारी शक्ति कार्यक्रम का धौलपुर में शुभारंभ, 3,000 ग्रामीण किशोरियों और महिलाओं को डिजिटल स्वास्थ्य साक्षरता से सशक्त बनाने का लक्ष्य

 

धौलपुर, राजस्थान – जगन फाउंडेशन ने IIM बैंगलोर के NSRCEL और कैपजेमिनी के सहयोग से डिजिटल सखी | नारी शक्ति कार्यक्रम का धौलपुर ज़िले में सॉफ्ट लॉन्च किया है। धौलपुर, नीति आयोग द्वारा चिन्हित एक आकांक्षी ज़िला है, जहां यह पहल शुरुआत में 15 डिजिटल सखियों के साथ की जा रही है। ये सभी स्थानीय ग्रामीण महिलाएँ हैं, जिन्हें टैबलेट और चयनित डिजिटल सामग्री दी गई है, ताकि वे समुदाय में स्वास्थ्य साक्षरता और डिजिटल सशक्तिकरण को बढ़ा सकें।

पायलट चरण में कार्यक्रम कैस्केड प्रशिक्षण मॉडल पर आधारित होगा। शुरुआती 15 डिजिटल सखियाँ आगे और महिलाओं को प्रशिक्षित करते हुए कुल मिलाकर 150 डिजिटल सखियों और डिजिटल कम्युनिटी चैंपियंस का नेटवर्क तैयार करेंगी। यह नेटवर्क धौलपुर की 3,000 से अधिक किशोरियों और महिलाओं तक पहुँचकर उन्हें महत्त्वपूर्ण जानकारी, कौशल और सेवाओं से जोड़ने का लक्ष्य रखता है।

कार्यक्रम के शुभारंभ पर मालविका मुद्गल, संस्थापक, जगन फाउंडेशन, ने कहा:
“डिजिटल सखी | नारी शक्ति धौलपुर जैसे पिछड़े क्षेत्र में डिजिटल उपकरणों के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन लाने वाली अग्रणी महिला सशक्तिकरण पहल है – केवल टैबलेट बाँटने का कार्यक्रम नहीं; यह धौलपुर की ग्रामीण महिलाओं को उनकी अपनी स्वास्थ्य यात्रा के केंद्र में लाने की पहल है, ताकि वे तकनीक का आत्मविश्वास से उपयोग करें, सवाल पूछें और अपने शरीर, अपने अधिकारों और अपने भविष्य के बारे में सूचित निर्णय ले सकें।”

दुष्यंत शर्मा, संस्थापक, जगन फाउंडेशन, ने कहा:
“कैपजेमिनी और एनएसआरसेल जैसे मज़बूत भागीदारों के साथ मिलकर हम 150 प्रशिक्षित डिजिटल कम्युनिटी चैंपियंस का ऐसा कैडर तैयार कर रहे हैं, जो पायलट चरण में ही 3,000 से अधिक लड़कियों और महिलाओं तक पहुँचेगा और आगे चलकर पब्लिक–प्राइवेट पार्टनरशिप का एक ऐसा मॉडल बनेगा, जो जमीनी स्तर पर बड़े पैमाने पर प्रभाव दिखाने और अन्य ज़िलों में दोहराए जाने योग्य मार्गदर्शन प्रदान करेगा।”

टैबलेट, वीडियो, प्रश्न‑उत्तर सत्रों और रोल‑प्ले जैसी गतिविधियों के माध्यम से डिजिटल सखियाँ लड़कियों और महिलाओं के साथ मिलकर निम्न क्षेत्रों में जागरूकता और निर्णय‑क्षमता बढ़ाएँगी:

 गर्भावस्था और मातृ स्वास्थ्य

 बाल स्वास्थ्य और पोषण

 मासिक धर्म स्वच्छता और स्वास्थ्य

 डिजिटल कौशल, मोबाइल फोन और इंटरनेट का सुरक्षित एवं सार्थक उपयोग

 सरकारी योजनाओं, अधिकारों और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच

कार्यक्रम का उद्देश्य समुदाय के भीतर भरोसा बनाते हुए और सरल डिजिटल साधनों का उपयोग करते हुए व्यवहार में बदलाव लाना है, ताकि महिलाएँ अपने मोबाइल फोन और तकनीक का उपयोग शिक्षण सामग्री, परामर्श और सरकारी सेवाओं तक पहुँच के लिए अधिक आत्मविश्वास के साथ कर सकें। समय के साथ, डिजिटल सखियाँ समुदाय में एक स्थायी स्थानीय संसाधन के रूप में विकसित होंगी, जो भरोसेमंद जानकारी, मार्गदर्शन और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली तथा अन्य सहायता सेवाओं से जुड़ाव सुनिश्चित करेंगी।

साझेदारों की अपेक्षा है कि धौलपुर में इस पायलट से मिलने वाले अनुभवों के आधार पर कार्यक्रम को अन्य ब्लॉकों और ज़िलों में विस्तार दिया जाएगा, तथा डिजिटल सशक्तिकरण, SRHR और समुदाय‑नेतृत्व वाले स्वास्थ्य नवाचार पर केन्द्रित इसी प्रकार की और साझेदारियों को प्रेरणा मिलेगी। संवाददाता ब्यूरो चीफ धौलपुर

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