ब्यूरो रिपोर्ट पलामू
हरेक क्षेत्र में परचम लहरा रहीं महिलाएं: नगर आयुक्त
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वर्तमान समय में महिलाएं हरेक क्षेत्र में परचम लहरा रहीं हैं। उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं से छात्राओं को सीख लेने की जरूरत है और अपनी आंतरिक शक्ति को पहचानते हुए बेहतर करने की आवश्यकता है। महिलाएं अच्छा करेंगी, तो समाज अच्छा करेगा। यह बातें नगर आयुक्त समीरा एस ने कही। वे आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर स्थानीय विमला पांडेय मेमोरियल ज्ञान निकेतन स्कूल में “रूढ़िवादिता एवं अंधविश्वास, महिला सशक्तिकरण में बाधक” विषय पर आयोजित सेमिनार में छात्राओं एवं उनकी माताओं को प्रेरित कर रहीं थीं।
उन्होंने महिलाओं को अपने अधिकार से अवगत होने एवं मेहनत के साथ अपने जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सकारात्मक प्रयास करने हेतु प्रोत्साहित किया। साथ ही मतदाता के रूप में अपना नाम पंजीकृत कराते हुए एक जागरूक मतदाता के रूप में लोकतंत्र के निर्माण हेतु सहयोग देने की अपील की।
उप नगर आयुक्त-सह-उप निर्वाचन पदाधिकारी शैलेश कुमार सिंह ने महिलाओं को उनके अधिकार के बारे में बताया। उन्होंने निर्वाचन तंत्र में महिला मतदाताओं की अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित कराने हेतु जागरूक किया। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं सभी क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है, जिससे यह परिलक्षित होता है कि आज की महिलाएं सशक्त एवं स्वावलंबी हो चुकी है। भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के द्वारा निर्धारित लिंगानुपात के आलोक में महिला मतदाताओं को अधिक-से-अधिक मतदाता सूची में नाम निबंधन कराने हेतु निरंतर कई प्रयास किए जा रहे हैं, किंतु अभी भी अधिकांश महिलाओं के द्वारा मतदाता सूची में अपना नाम निबंधित नहीं कराया गया है। जिस तरह सभी क्षेत्रों में महिलाएं अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं, उसी प्रकार निर्वाचन प्रक्रिया में भी अपनी उपस्थिति मतदाता के रूप में दर्शाए एवं एक जागरूक नागरिक तथा महिला मतदाता होने का फर्ज निभाएं। उन्होंने जेंडर रेशियों में व्याप्त कमियों को दूर करने के लिए छुट्टी हुई महिलाओं का नाम मतदाता सूची में निबंधित कराने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि रूढ़िवादिता एवं अंधविश्वास महिला सशक्तिकरण में बाधक है। महिलाओं के प्रति रूढ़िवादी विचार एवं अंधविश्वास की भावना नहीं रखें। महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना से महिला सशक्तिकरण होगा।
डॉ. निष्ठा किशोर ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर चर्चा की। अधिवक्ता नीतू सिंह ने महिलाओं को कानूनी अधिकारों के बारे में बताया।
कार्यक्रम की शुरुआत में विद्यालय की प्राचार्या सुनीता शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। विद्यालय के अध्यक्ष बलिराम शर्मा ने सेमिनार के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित छात्राओं एवं उनकी मताओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं तभी पूरी तरह सशक्त बन पाएँगी, जब वे मानसिक रूप से स्वतंत्र होंगी और अपना निर्णय खुद लेंगी।
धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय प्रभारी मनोज कुमार श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम की रूपरेखा विद्यालय के शिक्षा निदेशक शंकर दयाल ने तैयार की थी, जिसे सफल बनाने में स्कूल की शिक्षिका निधि कुमारी, स्वीकृति कुमारी, साधना सिंह, रीता कुमारी ने अपना योगदान दिया। मौके पर विघालय की छात्राएं, उनकी माता एवं शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।