शिक्षा दिवस के अवसर पर शासकीस महाविद्यालय भीमपुर के पुस्तकालय विभाग द्वारा शिक्षा दिवस सप्ताह का आयोजन किया गया ।
संवाददाता इदरीश विरानी
दामजीपुरा /जिसमें आज दिनांक 05.09.2022 को शासकीय महाविद्यालय भीमपुर में शिक्षक दिवस के अवसर पर शासन के निर्देशानुसार पुस्तकालय विभाग द्वारा बुक रिडिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया । सर्वप्रथम शासकीय महाविद्यालय भीमपुर संकाय सदस्यों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया । जिसमें स्वागत भाषण प्रभारी प्राचार्य डॉ. बबीता राय द्वारा दिया गया बुक रिडिंग के संदर्भ में प्रमुख व्याख्यान तथा संचालन ग्रन्थपाल पवन कुमार खटीक द्वारा दिया गया । सहा.प्राध्यापक डॉ शोभाराम सोलंकी द्वारा शिक्षक दिवस के संदर्भ् में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन दर्शन पर व्याख्यान दिया । दिनांक 06.09.2022 को शासकीय महाविद्यालय भीमपुर में शिक्षक दिवस के अवसर पर शासन के निर्देशानुसार पुस्तकालय विभाग द्वारा पेनल डिस्कशन कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसमें स्वागत भाषण प्रभारी प्राचार्य श्री आशीष सिंह तोमर द्वारा दिया गया । पेनल डिस्कशन के संदर्भ में प्रमुख रूपरेखा तथा संचालन ग्रन्थपाल श्री पवन कुमार खटीक द्वारा दिया गया । राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 तथा शिक्षक पर पेनल डिस्कशन के लिए विद्यार्थियों के क, ख, ग और घ चार समूह बनाकर पेनल डिस्कशन किया गया जिसमें प्रथम स्थान पर ‘ख’ समूह तथा द्वितीय स्थान पर ‘क’ समूह तृतीय स्थान पर ‘ग’ समूह रहा । दिनांक 07.09.2022 को शासकीय महाविद्यालय भीमपुर में शिक्षक दिवस के अवसर पर शासन के निर्देशानुसार पुस्तकालय विभाग द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 सेमिनार का आयोजन किया गया । सर्वप्रथम शासकीय महाविद्यालय भीमपुर संकाय सदस्यों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया । जिसमें स्वागत भाषण एवं नई शिक्षा नीति के प्रमुख बिन्दुओं पर मार्गदर्शन प्रभारी प्राचार्य श्री आशीष सिंह तोमर द्वारा दिया गया । नई शिक्षा नीति 2020 सेमिनार के संदर्भ में प्रमुख रूपरेखा तथा संचालन ग्रन्थपाल पवन कुमार खटीक द्वारा दिया गया । राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संर्दभ में प्रमुख वक्ता के रूप में डॉ नितिन बातव, डॉ बबीता राय, डॉ शोभाराम सोलंकी, लेखराम दरसिमा, शंकर सातनकर और डॉ आशा कनेल ने नई शिक्षा नीति 2020 पर प्रकाश डाला । कार्यक्रम के अंत में डॉ शोभाराम सोलंकी द्वारा अभार व्यक्त किया गया । कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सहा.प्राध्यापक डॉ बबीता राय, डॉ आशा कनेल, अतिथि विद्वान गेन्दालाल प्रजापति, निलेशा धुर्वे एवं दशरू यदूवंशी उपस्थित थे ।