पत्रकार मो. मुस्ताक जेल से हुए रिहा लोगो ने किया माला पहना कर भव्य स्वागत*
गढ़वा के वरिष्ठ पत्रकार मो.मुस्ताक अंसारी को मंगलवार को न्यायिक हिरासत से जमानत मिल गई है। आपको बताते चले की कुछ दिन पहले मेराल प्रखंड के हासनदाग गांव निवासी नथन चौधरी की हत्या की गई थी हत्या के आरोप में निवर्तमान थाना प्रभारी लाल बिहारी प्रसाद के द्वार चार लोगो को शक के आधार पर पुछताछ के लिए थाने में लाया गया था परंतु दूसरे दिन उन्हे बेकसूर मानते हुए छोड़ दिया गया। जिसको लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने थाना प्रभारी पर मोटी रकम लेकर छोड़ने का आरोप लगाते हुए थाना का घेराव किया गया। भिड़ इतना हो गया था की ग्रामीण तथा पुलिस के बीच झड़प हो गई। पुलिस तथा ग्रामीणों के बीच पथराव के मामले में 23 लोगो पर नामजद एफआईआर किया गया तथा 400-500 अज्ञात लोगो पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई,19 लोगो की गिरफ्तारी पहले ही की गई थी हालांकि कुछ दिन की सजा काटने के बाद न्यायलय ने उन्हें निर्दोष करार देते हुए बाइजत बारी कर दिया था। पत्रकार के द्वारा लगातार न्यूज प्रकाशित करने वाले मो.मुस्ताक अंसारी को षड्यंत्र के तहत जन आक्रोश भड़काने के आरोप में उन्हे जेल भेज दिया। पत्रकार मुस्ताक अंसारी को प्रशासन ने जेल इसलिए भेजा ताकि पत्रकारों के अंदर डर पैदा हो, लेकिन इस पर पत्रकार मो.मुस्ताक ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की हम वह वृक्ष है की जितना काटोगे उतना ही बड़ा होगा,हम डरने वाले में से नही है,लोकतंत्र का चौथा स्तंभ पत्रकार होता है हम जनहित में कार्य करते है और भविष्य में करते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकारिता की ड्यूटी पहले की तरह ही जारी रखेंगे मैं सच के साथ चलता हूं और सच दिखाता हूं।