शिशु मंदिर विद्यालय नोआमुंडी में श्रीनिवास रामानुजन जयंती का आयोजन, प्रधानाचार्या ने रामानुजान के जीवन पर डाला प्रकाश

शिशु मंदिर विद्यालय नोआमुंडी में श्रीनिवास रामानुजन जयंती का आयोजन, प्रधानाचार्या ने रामानुजान के जीवन पर डाला प्रकाश

 

नोआमुंडी संवाददाता – गुरूवार को पद्मावती जैन सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय प्रांगण में 135 वीं श्रीनिवास रामानुजन जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय गणित दिवस का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पी ए बी एम विद्यालय के विज्ञान तथा गणित आचार्य अमोघ कुमार मिश्रा, विद्यालय के कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह, विद्यालय के प्रधानाचार्या सीमा पालित एवं सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने नित्य वन्दनीया माँ सरस्वती तथा श्रीनिवास रामानुजन के चित्र पर माल्यार्पण, पुष्पार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया। आगे मुख्य अतिथि अमोघ कुमार मिश्र को विद्यालय के कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने श्रीफल एवं अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।प्रधानाचार्या ने अपने संबोधन में रामानुजन की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा श्रीनिवास रामानुजन इयंगर का जन्म 22दिसम्बर1887 को भारत के दक्षिणी भूभाग में स्थित कोयंबटूर के ईरोड नामक गांव में हुआ था। इनकी माता का नाम कोमलताम्मल और उनके पिता का नाम श्रीनिवास अय्यंगन था। वे विश्व के महानतम गणित विचारकों में से एक है। रामानुजन ऐसी प्रतिभा थे जिन पर न केवल भारत को अपितु पुरे विश्व को गर्व था। मात्र 33 वर्ष की आयु में उन्होंने अपने अद्भुत और विलक्षण ज्ञान से गणित के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए। जिसके कारण उन्हें पूरे विश्व में एक महान गणितज्ञ के रूप में पहचान दिलाई। राष्ट्रीय गणित दिवस के शुभ अवसर पर गणित से संबंधित प्रोजेक्ट बनाने की प्रतियोगिता रखी गई थी, जिसमें छात्रों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का हिस्सा बनें छात्र छात्राओं पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार देते वक्त पी ए बी एम विद्यालय के आचार्य, कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष एवं प्रधानाचार्या ने सभी प्रतिभागियों को साधुवाद दिया तथा उज्जवल भविष्य की कामना की। आगे गणित विषय के आचार्य सुनील गोप द्वारा धन्यवाद ज्ञापन एवं तत्पश्चात वन्दना प्रमुख अंजली बोसद्वारा शांति मंत्रोच्चारण के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई।

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