अतिथि शिक्षकों के भरोसे मोहटा का शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल

अतिथि शिक्षकों के भरोसे मोहटा का शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल

अनदेखी • कक्षा नवमीं से बारहवीं तक अध्ययनरत हैं 308 विद्यार्थी

दामजीपुरा (इदरीश विरानी)

 

जिले में शिक्षा का स्तर सुधारने के नाम पर भले ही शासन बड़ी राशि खर्च कर रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में बच्चों को अभावों का पाठ पढ़ने के लिए मजबूर कर रहे हैं। हालत यह है कि कई ऐसे स्कूल हैं जो अतिथि के भरोसे चल रहे हैं। ऐसा ही एक स्कूल भीमपुर विकासखंड के ग्राम मोहटा में है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोहटा में कक्षा नौवीं से बारहवीं तक 308 विद्यार्थी अध्ययन करने के लिए आते हैं। इन्हें पढ़ाने के लिए एक भी स्थाई शिक्षक की पदस्थापना आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी दो साल में भी नहीं कर पाए हैं। स्कूल में एकमात्र अटैच शिक्षक भारतु मर्सकोले ही हैं। इनके अलावा आठ अतिथि शिक्षक ही पदस्थ हैं जो सभी कक्षाओं में विद्यार्थियों को पढ़ाने का काम करते हैं।

ग्राम के पालकों ने कई बार आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारियों के अलावा प्रशासन और जन प्रतिनिधियों से स्कूल में स्थाई शिक्षकों की पद स्थापना करने की गुहार लगाई है। इसके बाद भी आज तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है।

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोहटा में एक भी स्थाई शिक्षक नहीं है।

ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में सात अगस्त 2021 से स्थाई शिक्षक की पद स्थापना नहीं की गई है। ऐसे में बच्चों को पढ़ाई करने में बेहद परेशानी का सामना करना पड़ता है। वर्तमान में स्कूल में

अतिथि शिक्षक शिवराम उइके, इतिहास, विशेष कुमार पाटिल, अर्थशास्त्र, शिव चंद चौहान, हिंदी, प्रवीण मर्सकोले, अंग्रेजी, बृजलाल इड़पाचे सामाजिक विज्ञान, अरुण सोनी विज्ञान, आनंद कास्टेकर गणित और बाबू धुर्वे संस्कृत विषय पढ़ाने
का काम कर रहे हैं। कक्षा 12 वीं और दसवीं में अलग-अलग विषय होने के कारण दो-दो कक्षाएं लगाई जाती हैं। ऐसे में कई बार अतिथि शिक्षक के न होने से पढ़ाई ही नहीं हो पाती है। स्कूल में स्थाई शिक्षकों के न होने से पिछले वर्ष कक्षा नौवीं का परीक्षा परिणाम 65 प्रतिशत, कक्षा 10 वीं और 11 वीं का मात्र 60 प्रतिशत ही रहा है। ग्रामीणों ने कलेक्टर एवं सांसद से मांग की है। कि स्कूल में स्थाई शिक्षकों की पद स्थापना की जाए ताकि पढ़ाई बेहतर ढंग से हो सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


error: Content is protected !!