जिलाधिकारी ने की राजस्व विभाग के मासिक कार्यों की समीक्षा

जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में राजस्व विभाग के मई माह के मासिक कार्यों की समीक्षा की। बैठक में डीएम ने कहा कि सभी अधिकारी नियमित रूप से कोर्ट में सुनवाई कर राजस्ववादों का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें। जनपद के विभिन्न राजस्व न्यायालयों में 1376 प्रकरण 5 वर्ष से अधिक समय से लंबित हैं।

जिलाधिकारी ने कहा कि समस्त एसडीएम लेखपालों के कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग करें। 50 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके निष्क्रिय एवं शासन की मंशानुरूप जनहित में कार्य नहीं करने वाले लेखपालों की स्क्रीनिंग कर सेवा समाप्त की जाए। उन्होंने कहा कि वरासत अभियान एवं पीएम किसान सम्मान निधि वृहत संतृप्तिकरण हेतु चलाये जा रहे अभियान में किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए। लापरवाही मिलने पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

जिलाधिकारी ने जनपद के 10 बड़े राजस्व बकायेदारों से अभियान चलाकर वसूली करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने बताया कि गुरुदेव मिश्र, श्यामसुंदर यादव, मुकुल सिंह, सतीश कुमार, छांगुर यादव, विनय कुमार यादव, रमायन गिरी व प्रह्लाद जनपद के बड़े राजस्व बकायेदार हैं। इनसे प्राथमिकता के आधार पर वसूली की जाए।

जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना की भी समीक्षा की।इस योजना के तहत अब तक कुल 1289 दावे आये हैं, जिनमें से 1076 दावों पर 5296 लाख रुपये लाभार्थियों को दिया जा चुका है। डीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के अंतर्गत गांव में तैनात लेखपालों का उत्तर दायित्व है कि वे जनहानि, पशु हानि की क्षति की सूचना पीड़ित किसान पक्ष से आवेदन भरवाकर शासन को अवगत कराएं, जिससे निर्धारित समयावधि में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा सके।

समीक्षा बैठक में एडीएम वित्त एवं राजस्व नागेंद्र कुमार सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी रजनीश राय, एडीएम प्रशासन गौरव श्रीवास्तव, एसडीएम सौरभ सिंह, एसडीएम संजीव उपाध्याय,एसडीएम अरुण कुमार, एसडीएम ध्रुव कुमार शुक्ला, एएसडीएम मंजूर अहमद अंसारी, डीजीसी नवनीत मालवीय सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

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