Report By-इदरीश विरानी
भजलो दादाजी का नाम
भजलो हरिहर जी नाम
के जयकारों से निकलेगी श्री दादाजी धूनीवाले पद यात्रा
लगभग 200 किमी खंडवा पद यात्रा उसके बाद लगभग 190 किमी उज्जैन कावडयात्रा नर्मदा के जल से सावन में होगा बाबा महाकाल का अभिषेक
बैतूल जिले के भैंसदेही तहसील से वर्षों से धूनीवाले दादा जी के दरबार में निशान लेकर जाते हैं श्रद्धालु पद यात्रा
पवित्र नगरी भैंसदेही तहसील आसपास के लगभग सैकड़ों गांव से प्रति वर्ष अनुसार निशान लेकर श्रद्धालु पदयात्रा कर दादाजी धूनीवाले खंडवा धाम के लिए निकल रहे हैं लगातार श्रद्धालु इस परंपरा को निभाते हैं और बड़ी धूमधाम से नाचते गाते हर्ष उल्लास के साथ दादाजी के धाम सोचते हैं जगह-जगह फूल मालाओं से उनका स्वागत किया जाता है भोजन प्रसादी भंडारा पाकर श्रद्धालु आगे बढ़ते हैं।
हर साल की तरह इस वर्ष भी बड़ी धूमधाम से पदयात्री
वर्षों से धूनी वाले दादा जी के दरबार में निशान लेकर जाते हैं श्रद्धालु हर साल की तरह इस वर्ष भी बड़ी धूमधाम से पदयात्री निकलेगी दादाधाम जाने के लिए श्रद्धालु कल से खंडवा के लिए रवाना होगा जत्था
आज होगा दादाजी पद यात्रा का भैंसदेही नगर भ्रमण
*त्रिवेणी भारतीय नागा दादा मंदिर प्रांगण से यात्रा निकलकर दादाजी धूनीवाले खंडवा दरबार पहुंचेगी प्रति अनुशार दादा जी पदयात्रा जाने वाले की संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही है
लगभग 200 किलोमीटर की होती है पदयात्रा
दादाजी पदयात्रा समिति के मुख्य संरक्षक प्रवीण जी सतीश जी अमरुते कमल जी धाकड़ गुलशन जी निशान लेकर जाएंगे खंडवा तक दादाजी निशान वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार
दादा दरबार नागझिरी श्री श्री 1008 त्रिवेणी भारतीय नागा दादा के दरबार से खंडवा दादाजी धाम लगातार पैदल पदयात्रा द्वारा कई वर्षों से निशान लेकर पद यात्रा कर निशान गुरु पूर्णिमा के 1 दिन पूर्व निशान पेश किया जाता है दादा के भक्तों द्वारा बताया गया कि प्रवीण जी वानखेड़े सतीश जी संदीप सराटकर ने बताया कि दादाजी धाम पैदल पदयात्रा हम लोग जनकल्याण व वह जीवन में सुख शांति समृद्धि के लिए करते हैं साथ ही यह मान्यता है कि श्री दादाजी धाम जो लोग जाते हैं उनकी दादा जी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं मनवांछित फल देते हैं सच्चे मन सच्चे भाव पूर्ण निष्ठा दादा नाम भजन कीर्तन कर श्रद्धालु जाते हैं दादाजी धाम खंडवा में गुरुपूर्णिमा पर दादाजी के अनगिनत भक्त दर्शन करने जाते हैं इस बार पदयात्रा में दादाजी दरबार से अनेक श्रद्धालु प्रतिवर्ष पदयात्रा जाने में बढ़ोतरी होती है तमाम विपरीत परिस्थितियों कि बावजूद भी कई वर्षों से भैंसदेही ,चिचोली ढाना झल्लार, केरपानी, पाडली गोरेगाव बेलढाना रंभा झागरीपानी, अनेक क्षेत्र के श्रद्धालु खंडवा जिला मुख्यालय स्थित धुनीवाले दादाजी के दरबार की पदयात्रा कर पहुंचते है श्रद्धालु के सुन्दर भजन *भजलो दादाजी का नाम भजलो हरिहर जी का नाम पूरे होंगे सब काम , गौरी शंकर सीताराम संगीतमय धुन के साथ व गाजे बाजे के साथ गीत के धुन में पदयात्रा करते हैं जाते है कई विपरीत परिस्थितियों में भी दादा जी के भक्त प्रतिवर्ष भजन कीर्तन कर दादा जी की पदयात्रा करते हैं वही पदयात्री के परम दादा जी भक्त एवं महाकाल के परम भक्त श्री श्याम आर्य के द्वारा बताया गया कि दादाजी धूनीवाले की गिनती भारत के महान संतों में की जाती है दादाजी धूनीवाले का अपने भक्तों की बीच वही स्थान है जैसा कि भगवान और भक्त के साथ रहता है धूनीवाले दादाजी की समाधि स्थल खंडवा शहर में है दादाजी स्वामी केशव नंदन जी महाराज एक बहुत बड़े संत थे प्रतिदिन दादाजी पवित्र अग्नि के समक्ष ध्यान मग्न होकर बैठे थे इसीलिए लोग उन्हें दादाजी धूनीवाले के नाम पर स्मरण करते हैं इसीलिए धूनीवाले दादाजी को शिव अवतार भी माना गया है धूनीवाले वाले दादाजी को शिव अवतार मानकर पूजा की जाती है और कहा जाता है कि उनके दरबार में आने से बिन मांगे मुरादे भी पूरी हो जाती है दादाजी का जीवन वृतांत प्रमाणित रूप से उपलब्ध नहीं है परंतु उनकी महिमा का गुणगान करने वाली कई कथाएं प्रचलित है दादा जी का दरबार उनके समाधि स्थल पर बनाया गया है देश-विदेश में दादाजी के हजारों सैकड़ों भक्त है दादाजी के नाम पर भक्त लोग आते हैं बताया गया है कि बैतूल जिला भैंसदेही तहसील जैसे कई शहरों से जिसमें सबसे ज्यादा बैतूल जिले से दर्शनार्थी पदयात्रा हेतु आते हैं पानी बरसते हुए पानी और सूर्यदेव के तापमान की गर्मी तले एक एक पग बड़ते हुए श्रद्धालु निशान लेकर दादा धाम जाते हैं
दादाजी धूनीवाले के निशान पेश करने के बाद बाबा महाकाल उज्जैन भी कावड़ पद यात्रा करते हैं श्रद्धालु
श्याम आर्य ने बताया की लगभग 200 km पद यात्रा कर खंडवा पहुंचते है उसके बाद ओंकारेश्वर में एक दिन का विश्राम किया जाता है दूसरे दिन सुबह 6 कावड़ यात्रा मां नर्मदा का जल भर कर बाबा महाकाल का अभिषेक करेंगे बाबा भोलेनाथ पहला सोमवार सावन का रहता है उसी दिन से विधि पूर्वक पुजन पाट कर कावड़िया निकलते है बाबा महाकाल उज्जैन तक पदयात्रा चल कर जाएगी नर्मदा का जल भर के बाबा महाकाल उज्जैन तक पदयात्रा की जाएगी बाबा महाकाल का मां नर्मदा के जल से अभिषेक किया जाएगा
वही श्रद्धालुओं ने बताया कि 20 तारीख को त्रिवेणी भारती नागा दादा के मंदिर में निशान के पूजन पाठ कर सभी भक्तों के द्वारा भैंसदेही नगर भ्रमण किया जाएगा जिसके बाद 21 तारीख को यात्रा भैंसदेही से निकलकर रंभा पहुंचेगी जहां विशाल भंडारा स्वागत के साथ श्याम आर्य निजी भवन में प्रस्थान करेगी जिसके तत्पश्चात श्याम आर्य के साथ यात्रा 21 तारीख को रंभा से प्रस्थान कर यात्रा खंडवा की ओर आगे जाएगी लगभग 200 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी बताया गया कि जुनून चाहिए लक्ष्य चाहिए दादा पर भरोसा चाहिए तब मंजिल पूरी हो सकती है दादा भक्तों के बोल सारे जहां में झुमके के मस्ताने आए हैं दादाजी सरकार तेरे दीवाने आए हैं भजन कीर्तन के साथ यात्रा में शामिल संदीप सराटकर प्रवीण वानखेडे सतीश जी अमरूते नारायण मोहन कमल धाकड़ वामन जी सोमा जी शिवदीन जी जगत काका अनेक श्रद्धालु शामिल है