पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की 56 वी पुण्यतिथि दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच के जिला अध्यक्ष शिवम कौशिक द्वारा स्मृति दिवस के रूप में मनाई गई
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेवा निवृत शिक्षक भगवान सिंह जगरिया रहे व कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत शारीरिक शिक्षक शरण बिहारी कौशिक ने की l
सर्वप्रथम दीनदयाल जी के चित्रपट पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया गया एवम दीन दयाल जी के जीवन दर्शन पर एक व्याख्यान सेमिनार का आयोजन किया जिसका उद्देश्य था कि जन जन तक दीन दयाल जी के विचार पहुंचे l
इस मौके पर जिला अध्यक्ष शिवम कौशिक ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी राष्ट्र निर्माण के एक कुशल निवारक में से एक रहे हैं। उपाध्याय जी जनसंघ के राष्ट्रीय जीवन दर्शन के निर्माता माने जाते थे। उनका हमेशा से उद्देश्य स्वतंत्रता की पुनर्रचना के प्रयासों के लिए विशुद्ध भारतीय तत्व-दृष्टि प्रदान करना ही था। उनका विचार था कि आर्थिक विकास का मुख्य उद्देश्य सामान्य मानव का सुख है।
अध्यक्ष शरण बिहारी कौशिक ने बताया कि
पंडित दीनदयाल दीनदयाल जी एक रचनात्मक लेखक (क्रिएटिव राइटर) और प्रसिद्ध संपादक (एडिटर) थे। पंडित जी दैनिक ‘राष्ट्र धर्म’ में पत्रकार थे, उन्होंने संपादक के रूप में ‘पांचजन्य’ के लिए काम किया और उन्होंने साप्ताहिक ‘ऑर्गनाइज़र’ के लिए ‘पॉलिटिकल डायरी’ नामक एक कॉलम लिखा था।
मुख्य अतिथि जगरिया ने कहा कि
गणित विषय में अव्वल अंक प्राप्त करने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने लखनऊ में राष्ट्र धर्म प्रकाशन नामक संस्थान की स्थापना की और अपने विचारों को जाहिर करने के लिए एक मासिक पत्रिका राष्ट्र धर्म को शुरू किया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने कई पुस्तकें लिखी जिनमें सम्राट चन्द्रगुप्त, भारतीय अर्थनीति एक दिशा, जगदगुरू शंकराचार्य प्रमुख थी। यही नहीं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन पर ‘दीन दयाल एक युग पुरुष’ एक फिल्म भी बन चुकी है।
इस मौके पर गौरी शंकर , प्रशांत , शिवम जाट , मोहन प्रकाश शर्मा, विजेंद्र त्यागी , भूपेंद्र शर्मा , सुमित , अभिषेक दुबे, आदि लोग उपस्थित रहे l