भरतपुर
गलत इंजेक्शन ने ली 22 माह के मासूम की जान,ऑपरेशन के लिए लगाए गए बेहोशी के इंजेक्शन से हुआ ब्रेन डेड…परिजनों का हंगामा
हर्निया के ऑपरेशन के दौरान भरतपुर के गोविंद गुप्ता हॉस्पिटल में बिगड़ी तबीयत, इलाज के दौरान तीन दिन बाद जयपुर में हुई मौत
परिजनों ने मथुरा गेट थाने पर कराया मामला दर्ज
भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में शनिवार को 22 महीने के कान्हा का हुआ पोस्टमार्टम परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
गौरतलब है कि 5 मार्च को कान्हा का भरतपुर के गोविंद गुप्ता हॉस्पिटल में हर्निया का ऑपरेशन था। ऑपरेशन से पहले कान्हा के बेहोशी का इंजेक्शन लगाया गया था। जिसके बाद से उसकी तबीयत बिगड़ गई थी।
कान्हा के ताऊ हरी सिंह निवासी कौंथरा जिला मथुरा उत्तर प्रदेश ने बताया कि, वह 5 मार्च को अपने भाई अजीत के साथ उसके बेटे कान्हा का हर्निया का ऑपरेशन होना था। जिसके लिए वह कान्हा को गोविंद गुप्ता हॉस्पिटल लेकर आये। ऑपरेशन से पहले हॉस्पिटल में 5 हजार रुपये जमा करवाए गए। जिस समय कान्हा को भर्ती किया गया वह बिलकुल स्वस्थ था। करीब 5 बजे कान्हा को ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया।डॉक्टर ने बच्चे को बेहोश करने के लिए पहले हाथ में बाद में रीढ़ की हड्डी में इंजेक्शन लगाया। रीढ़ की हड्डी के पास इंजेक्शन लगते ही, कान्हा की आंखें खुली की खुली रह गईं। शीशे में से बच्चे के ताऊ हरी सिंह यह पूरी घटना देख रहे थे। ऑपरेशन थिएटर के अंदर स्टाफ बच्चे के सीने को दबा रहे थे। तब डॉक्टर ने बताया की, बच्चे का माइंड काम करना बंद कर दिया है। इसे तुरंत जयपुर जाओ। बच्चे को तुरंत जयपुर ले जाया गया।
कान्हा को जयपुर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। जहां डॉक्टर ने बताया की, बच्चे का ब्रेन डेड हो चुका है। बचने की संभावना बहुत कम है। शुक्रवार को दोपहर कान्हा की मौत हो गई। जिसके बाद उसके शव को रात 9 बजे भरतपुर के आरबीएम अस्पताल लाया गया और शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया ।
मथुरा गेट थाना अधिकारी करण सिंह राठौड़ का कहना है कि, बच्चे के परिजनों ने शिकायत दे दी है। जिसके दर्ज कर लिया गया है। बच्चे के शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाया गया है। शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है।।
भरतपुर से हेमंत दुबे