मित्तल कॉलोनी के संस्थापक को पूछताछ के लिए हिरासत में ले सकती है एसओजी
धौलपुर। एसओजी पूछताछ के लिए मित्तल कॉलोनी के संस्थापक मित्तल बंधु सहित कई नामचीन भू कारोबारियों को हिरासत में ले सकती है। आरोप है कि नगर परिषद् के पूर्व आयुक्त किंगपालसिंह राजौरिया ने प्रशासन शहरों के संग अभियान के दौरान 12०० से अधिक फर्जी पट्टे जारी कर दिए थे, जिनमें सर्वाधिक पट्टे मित्तल कॉलोनी के थे। भू कारोबारी के दलालों ने स्पष्ट रूप से खुली कब्र को भी नहीं छोड़ा। पहले तो उन्होंने कब्र के गड्ढे में मिट्टी डलवाई और बाद में उसे समतल कर भूखंड विकसित कर बेच दिया। फर्जी पट्टों में कब्र की भूमि के पट्टे भी शामिल हैं।
बता दें कि राजौरिया अभी पुलिस हिरासत में हैं। वे रोज नए-नए खुलासे कर रहे हैं। इतना ही नहीं पुलिस की नजर शहर के नामचीन भू कारोबारियों और दलालों पर भी है। नगर परिषद् से फर्जी पट्टों की 12०० से अधिक पत्रावलियां गायब हैं और इनमें सबसे अधिक पत्रावली मित्तल कॉलोनी की बताईं हैं। एक नामचीन भू कारोबारी ने तो चारागाह, गैर मुमकिन नहर व रास्ते की जमीन के भी पट्टे बनवाकर कर बेच दी है। वहीं कारोबारी के भाई को पुलिस ने सीमेंट के कट्टों में कम सीमेंट पाए जाने के आरोप में हिरासत में ले लिया पर बाद में पूछताछ कर छोड़ दिया। पिछले दिनों पुलिस ने पूर्व आयुक्त किंगपालसिंह राजौरिया को हिरासत में लेकर उनकी निशानदेही पर 4 सौ से अधिक पत्रावलियां बरामद की थीं।
ब्यूरो चीफ मनोहर सिंह चाहर