- भरतपुर 31 अक्टूबर
- महाराजा सूरजमल की समाधि स्थल कुसुम सरोवर पर 11 हजार दीपक जलाकर किया गया दीपदान
भरतपुर.प्रतिवर्ष की तरह दीपावली के अवसर पर महाराजा सूरजमल जी की समाधि स्थल कुसुम सरोवर गोवर्धन पर 11 हजार दीपक जलाकर दीपदान किया गया। 1763 में महाराजा सूरजमल दिल्ली पर विजय प्राप्त करने के बाद मुगलों द्वारा धोखे से शहीद हो गए थे, उसके बाद 1764 में उनके पुत्र महाराज जवाहर सिंह ने दिल्ली पर चढ़ाई की एवं विजय प्राप्त की ,महाराज जवाहर सिंह ने 1764 में अपने पिता महाराजा सूरजमल की स्मृति में कुसुम सरोवर गोवर्धन का निर्माण करवाया था,इसलिए दीपदान करने की गौरवशाली परंपरा शुरू हुई।
दीपदान की गौरवशाली परंपरा को कायम रखते हुए महाराजा सूरजमल मानव श्रृंखला मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी सिंह मास्टर द्वारा भरतपुर रियासत के गौरवशाली इतिहास को पाठ्यक्रम में शामिल कराने का पुरजोर प्रयास किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजवीर सिंह फौजदार जिला अध्यक्ष भरतपुर ने कहा कि कुसुम सरोवर गोवर्धन भरतपुर रियासत की अनमोल धरोहर है यहां महाराजा सूरजमल की घोड़े पर सवार मूर्ति अवश्य लगनी चाहिए। एवं विशिष्ट अतिथि चंद्रपाल सिंह ने गौरवशाली इतिहास को पाठ्यक्रम में शामिल कराने पर जोर दिया, तथा विशिष्ट अतिथि चौधरी निरपत सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि भरतपुर रियासत की अनमोल धरोहरों पर कब्जे हो रहे हैं , इसे बृज की समस्त सरदारी बर्दाश्त नहीं करेगी सैकड़ो श्रद्धालुओं ने दीपदान में भाग लिया।इस मौके पर श्याम बाबू शर्मा भरना खुर्द, पूर्व कॉलेज प्रेसिडेंट दीपेंद्र सिंह ,उपेन्द्र सिंह डीएवी कॉलेज के प्रेसिडेंट, विनोद सिंह, हरिओम भवनपुरा, मुकेश भगत, जयसिंह सरपंच बरौली, मनोज फौजदार बरौली ,अनिल फौजदार बरौली खूंटैल पट्टी श्यामवीर तालियान रणजीत सिंह हरिपुरा बबलू प्रधान नरायना समस्त सरदारी भरतपुर मथुरा भवनपुरा बरौली नगला केहरी मलशराय हरीपुरा ब्रजवीर सिंह अवार विश्वेंद्र सिंह सोलंकी बबलू सिंह बैलारा नदबई आदि मौजूद रहे…!!
भरतपुर से हेमंत दुबे