राजाखेड़ा में दीनदयाल उपाध्याय योग शिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित पंद्रह दिवसीय योग प्रशिक्षण कार्यक्रम से समुदाय को मिल रहा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का लाभ,,
वर्तमान को समझे लोग,योग भगाए सारे रोग
राजाखेड़ा—-राजाखेड़ा पंचायत परिसर स्थित दीनदयाल उपाध्याय योग शिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित पंद्रह दिवसीय योग प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन पिछले चार दिनों से किया जा रहा है,जो स्थानीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो रही है।इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षार्थियों को योग,आसन, प्राणायाम और योग के विभिन्न तकनीकी पहलुओं के बारे में गहन जानकारी दी जा रही है। इन प्रशिक्षण सत्रों का उद्देश्य योग को एक जीवनशैली के रूप में प्रस्तुत करना है,जिससे न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति भी संभव हो सके।साथ ही इस कार्यक्रम के जरिए यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि लोग योग को अपने दैनिक जीवन में अपनाकर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें,और इससे जुड़े लाभों का अधिकतम उपयोग करें।इस अवसर पर दीनदयाल योग प्रशिक्षण संस्थान के जिला समंव्यक मनीष शर्मा ने योग के महत्व पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि योग केवल एक शारीरिक अभ्यास नहीं है, बल्कि यह समाज और राष्ट्र के समग्र विकास के लिए भी एक आवश्यक अंग है।शर्मा ने यह भी बताया कि योग के माध्यम से समाज में शांति और समृद्धि का संचार संभव है,क्योंकि यह हमें न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक और भावनात्मक रूप से भी सशक्त बनाता है।कार्यक्रम के दौरान योग शिक्षक मनोज कुमार ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और प्रशिक्षार्थियों को विभिन्न योगाभ्यासों के बारे में विस्तार से समझाया।उन्होंने बताया कि योग से न केवल रोगों से बचाव संभव है,बल्कि यह हमारे जीवन को संतुलित और शांतिपूर्ण भी बनाता है।योग का नियमित अभ्यास जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है और तनाव को कम करने में मददगार साबित हो सकता है।इस प्रकार के योग प्रशिक्षण कार्यक्रमों से न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य में सुधार होता है बल्कि समुदाय की सामूहिक भलाई में भी योगदान मिलता है। दीनदयाल उपाध्याय योग शिक्षण संस्थान द्वारा किए जा रहे इस प्रयास से यह सुनिश्चित किया जा रहा है। संवाददाता मनोज राघव राजाखेड़ा