ईमानदारी की मिसाल: बस कंडक्टर और ड्राइवर ने लौटाया महिला यात्री को खोया हुआ पर्स
जब देखा तो पर्स में यथावत थे तीन लाख से अधिक के जेवरात
संवाददाता मोहम्मद इदरीश विरानी
बैतूल। आजकल बेईमानी का इतना बोलबाला है कि ईमानदारी निभाना न के बराबर हो गया है। लेकिन अब भी काफी सारे लोग ऐसे है, जो ईमानदारी की मिसाल कायम करते है और दूसरों के लिए मसीहा बनते है। बैतूल जिले के एमटी राय बस सर्विस के कर्मचारी ने अपनी इमानदारी दिखाकर लोगों को हैरान कर दिया। कोठी बाजार बस स्टैंड पर कंडक्टर और बस ड्राइवर ने महिला को खोया हुआ पर्स सौंपा। जब यात्री ने बैग चैक किया तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बताया जा रहा है कि मुलताई से बस बैतूल पहुंची थी। बैतूल पहुंचने पर यात्री जल्दी जल्दी में अपना पर्स बस में ही भूल गई।
जानकारी के अनुसार पत्रकार शिवराम बारंगे की पत्नी ममता बारंगे मुलताई से एमटी राय बस में बैतूल के लिए यात्रा कर रही थी। बैतूल बस स्टाप पर जल्दी उतरने के चक्कर में गहनों से भरा अपना पर्स बस में ही भूल गई। जिसमें करीब 3 लाख 50 हजार रुपए के गहने और नगद राशि भी रखी थी। जब दूसरे दिन घर पर ज्वेलरी देखने लगे तो देखा पर्स नहीं दिखा। ऐसे में वे तत्काल कोठी बाजार बस स्टैंड पहुंचे और उक्त बस की जानकारी निकाली। लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। ऐसे में उन्होंने पर्स के मिलने की उम्मीद छोड़ दी थी। जब घर पहुंचे तो बस के क्लीनर मुकेश ने महिला यात्री को कॉल कर पर्स मुलताई के बस एजेंट के पास होने की सूचना दी। इसके बाद बैतूल बस स्टैंड पर बस के एजेंट मौशीन खान ने महिला यात्री ममता बारंगे को उनका पर्स सुरक्षित दिया। जैसे ही महिला यात्री ने पर्स को चेक किया तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पर्स में रखे उनके गहने और नगद राशि सुरक्षित थी।
—महिला यात्री ने बस चालक और परिचालक, क्लीनर का माना आभार—
गहनों से भरा अपना पर्स अपने पास सुरक्षित वापस पाकर महिला यात्री ममता का चेहरा खिल उठा। महिला यात्री ममता ने ईमानदारी की इस मिसाल पर खुशी पूर्वक बस चालक गणेश, परिचालक जीत बाबा, क्लीनर मुकेश का आभार व्यक्त कर प्रोत्साहन राशि के तौर पर 1500 रुपए से सम्मानित किया। इस दौरान बस स्टैंड पर मौजूद यात्रियों ने बस चालक, परिचालक और क्लीनर की ईमानदारी की जमकर तारीफ की।