बनौरा बसेड़ी।
भागवत कथा में भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला एवं गोवर्धन पूजा का किया वर्णन
बसेड़ी उपखंड के अर्जुन का पुरा बनोरा गांव में चल रही 9 दिवसीय संगीतमय श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के सातवें दिन कथा व्यास गीतम कृष्ण शास्त्री द्वारा भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाएं,अन्नकूट गोवर्धन पूजा की कथाओं का वर्णन किया।

श्रीमद् भागवत कथा में गोवर्धन पूजा का वर्णन करते हुए कथा व्यास गीतम कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जब इंद्र देव को अपनी शक्ति पर अहंकार हो गया, तब भगवान श्रीकृष्ण ने ब्रजवासियों से इंद्र की पूजा बंद कर गोवर्धन पर्वत की पूजा शुरू करने का आग्रह किया। इससे क्रोधित होकर इंद्र ने ब्रज पर भारी वर्षा की, जिसे भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर रोक दिया और ब्रजवासियों को बचाया। सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी गलती का एहसास हुआ तब उसने भगवान श्री कृष्ण से क्षमा याचना की।
श्रीमद् भागवत कथा गोवर्धन पूजा के महत्व को दर्शाती है, जो प्रकृति की पूजा और भगवान श्रीकृष्ण की लीला का प्रतीक है।
भागवत कथा के दौरान परीक्षित उदयभान सिंह भगत सहित बड़ी संख्या में भागवत श्रोताओं की भीड़ मौजूद रही।
बसेड़ी से संवाददाता माधोसिंह परमार