ग्राम लबेद में किसानों को मिला उन्नत खेती का मार्गदर्शन, विभागीय योगनाओं की दी गई जानकारी और वितरित हुए बीच हुआ पौधे

चित्रलेखा श्रीवास की रिपोर्ट

ग्राम लबेद में किसानों को मिला उन्नत खेती का मार्गदर्शन, विभागीय योगनाओं की दी गई जानकारी और वितरित हुए बीच हुआ पौधे

लबेद//राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (NMSA – RAD) के अंतर्गत आज करतला विकासखंड के क्लस्टर ग्राम लबेद में किसानों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को विभागीय योजनाओं की जानकारी देना, नवीनतम कृषि तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करना, तथा व्यावहारिक लाभ प्रदान करना रहा।

 


प्रशिक्षण सत्र में किसानों को खरीफ मौसम की खेती के लिए उन्नत तकनीक, सुगंधित धान की नई किस्म “देवभोग”, तथा बागवानी के लिए फलदार पौधों – आम, अमरूद, सीताफल और काजू – का निःशुल्क वितरण किया गया। यह पहल कृषि विभाग द्वारा कृषकों की आय में वृद्धि, विविध फसल उत्पादन और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में की गई है।
उपस्थित रहे जनप्रतिनिधि और कृषि विभाग के अधिकारी
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जनपद पंचायत करतला के उपाध्यक्ष श्री मनोज झा उपस्थित रहे। उनके साथ जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सावित्री अजय कंवर, जनपद सदस्य श्रीमती देवी बाई राजवाड़े, ग्राम लबेद की उपसरपंच, और कृषि विभाग से सहायक संचालक श्रीमती पुष्पा कंवर, श्रीमती सीमा रॉय, श्रीमती प्रीति चौहान, श्री अजय कंवर, श्री संजू पाटले, श्री कामता साहू एवं श्री राजकुमार तड़िया की उपस्थिति रही।
कृषकों को दी गई प्रमुख जानकारियां
प्रशिक्षण सत्र के दौरान किसानों को निम्न विषयों पर मार्गदर्शन दिया गया
धान की उन्नत और सुगंधित किस्मों का चयन एवं रोपण तकनीक
फलदार पौधों के रोपण, देखरेख और जल प्रबंधन
कृषि यंत्रीकरण, जैविक खाद और समेकित कीट प्रबंधन
विभागीय अनुदान योजनाओं की पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
अधिकारियों ने किसानों से आह्वान किया कि वे परंपरागत खेती के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों को भी अपनाएं, ताकि कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने के लिए समय-समय पर आयोजित प्रशिक्षणों में भाग लेना अति आवश्यक है।
किसानों की सराहना और उत्साह
कई किसानों ने बताया कि इस प्रकार के प्रशिक्षणों से उन्हें कृषि में नवाचार लाने की प्रेरणा मिलती है और वे बदलते मौसम एवं बाजार की मांग के अनुसार अपनी रणनीति बना पाते हैं।

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