R9.भारत राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल
ब्यूरो सिंगरौली मध्यप्रदेश
अमित कुमार पाण्डेय
सिंगरौली अशोक सिंह परिहार रजिस्ट्रार एवं रजिस्ट्री लेखक ने दलालों से मिलकर कर दी फर्जी रजिस्ट्री।
सिंगरौली अशोक सिंह परिहाररजिस्ट्रार एवं रजिस्ट्री लेखक ने दलालों से मिलकर कर दी फर्जी रजिस्ट्री।
सिंगरौली जिले के सरई तहसील क्षेत्र के महुली गांव निवासी महाबली यादव जो अन्धा एवं अनपढ़ आदमी हैं,जिसकी जमीन लगभग 4 एकड़ जमीन दलाल 1, दीपू सिंह चौहान 2, संतोष बादी 3, रामबली वैश्य, 4, राजकुमार साकेत,अन्य लोगों ने फर्जी तरीके से दस्तावेज इकट्ठा कर रजिस्ट्रार को ₹500000 देकर जमीन का रजिस्ट्री करा दिया यहां तक कि चौंकाने वाली बात यह है कि जिन लोगों ने जमीन लिया है सभी सिंगरौली जिले के नेहरू नगर निवासी हैं जमीन खरीदते समय क्रेता लोग एक दूसरे में गवाही हैं जिसकी शिकायत 10 जनवरी 2022 को सरई थाने में की जा चुकी है पीड़ित महाबली यादव अब भूमिहीन हो चुका है सब जमीन दलालों ने रजिस्ट्रार से मिलकर रजिस्ट्री करा दी।
सिंगरौली,रजिस्ट्रार अशोक सिंह परिहार एवं रजिस्ट्री लेखक गोपाल वैश्य भी फर्जी रजिस्ट्री में निभाई अपनी बखूबी फर्ज पांच-पांच ₹500000-500000 रुपये लेकर।
रजिस्ट्रार और रजिस्ट्री लेखक कैसे हैं संदिग्ध जानें पूरा मामला
दलालों की कहने पर रजिस्ट्रार और रजिस्ट्री लेखक ने नहीं पूछा कौन है असली पट्टेदार नहीं देखा गया असली जमीन की पर्ची,नही आधार कार्ड,असली पट्टेदार का फोटो,न गवाहो के बारे में जानकारी कि आप लोग जमीन बिक्री में गवाही दे रहे हैं तो पट्टेदार को जानते हैं कि नहीं इन सब बातों को नही देखते हुए रजिस्ट्रार और रजिस्ट्री लेखक ने असली पट्टेदार के जगह नकली पट्टेदार बनाकर उसी नकली पट्टेदार को खड़ा कर रजिस्ट्रार ऑफिस में 4चार रजिस्ट्री कर दिए केवल पैसे के दम पर नियम कानून को दरकिनार करते हुए, इस फर्जी रजिस्ट्री में मास्टरमाइंड का किरदार निभाए खुद रजिस्ट्रार अशोक सिंह परिहार एवं रजिस्ट्री लेखक गोपाल वैश्य इन्होंने दलालों को पहले समझा दिया था कि इस तरह करो तो हम रजिस्ट्री कर देंगे यह पहला मामला नहीं है रजिस्ट्रार और रजिस्ट्री लेखक का कई मामला प्रकाश में आज आ चुका है लेकिन सिंगरौली कलेक्टर भी मेहरबान दिख रहे रजिस्ट्रार और रजिस्ट्री लेखक पर इधर असली पट्टेदार का कहना है कि जिन-जिन लोगों ने फर्जी तरीके से मेरे जमीन को रजिस्ट्री कराया है और करने में सहभागिता निभाएं है नियम कानून को जेब में डालते हुए उन सभी लोगों के ऊपर कानूनी कार्यवाही हो फर्जीवाड़ा का सिंगरौली कलेक्टर से मांग करता हूं की कार्यवाही के अलावा मेरा जमीन भी वापिस कराई जाए ताकि अपने परिवार के साथ खेती बारी कर मैं अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर सकूं क्योंकि मेरा आय का साधन केवल जमीन ही था अगर मेरा जमीन नहीं मिला तो मैं अपने परिवार के साथ आत्महत्या करने में मजबूर हो जाऊंगा जिसका जिम्मेदार सिंगरौली कलेक्टर है और रजिस्ट्रार होंगे।
सिंगरौली रजिस्ट्रार एवं रजिस्ट्री लेखक ने दलालों से मिलकर कर दी फर्जी रजिस्ट्री।
सिंगरौली जिले के सरई तहसील क्षेत्र के महुली गांव निवासी महाबली यादव जो अन्धा एवं अनपढ़ आदमी हैं,जिसकी जमीन लगभग 4 एकड़ जमीन दलाल 1, दीपू सिंह चौहान 2, संतोष बादी 3, रामबली वैश्य, 4, राजकुमार साकेत,अन्य लोगों ने फर्जी तरीके से दस्तावेज इकट्ठा कर रजिस्ट्रार को ₹500000 देकर जमीन का रजिस्ट्री करा दिया यहां तक कि चौंकाने वाली बात यह है कि जिन लोगों ने जमीन लिया है सभी सिंगरौली जिले के नेहरू नगर निवासी हैं जमीन खरीदते समय क्रेता लोग एक दूसरे में गवाही हैं जिसकी शिकायत 10 जनवरी 2022 को सरई थाने में की जा चुकी है पीड़ित महाबली यादव अब भूमिहीन हो चुका है सब जमीन दलालों ने रजिस्ट्रार से मिलकर रजिस्ट्री करा दी।
सिंगरौली,रजिस्ट्रार अशोक सिंह परिहार एवं रजिस्ट्री लेखक गोपाल वैश्य भी फर्जी रजिस्ट्री में निभाई अपनी बखूबी फर्ज पांच-पांच ₹500000-500000 रुपये लेकर।
रजिस्ट्रार और रजिस्ट्री लेखक कैसे हैं संदिग्ध जानें पूरा मामला
दलालों की कहने पर रजिस्ट्रार और रजिस्ट्री लेखक ने नहीं पूछा कौन है असली पट्टेदार नहीं देखा गया असली जमीन की पर्ची,नही आधार कार्ड,असली पट्टेदार का फोटो,न गवाहो के बारे में जानकारी कि आप लोग जमीन बिक्री में गवाही दे रहे हैं तो पट्टेदार को जानते हैं कि नहीं इन सब बातों को नही देखते हुए रजिस्ट्रार और रजिस्ट्री लेखक ने असली पट्टेदार के जगह नकली पट्टेदार बनाकर उसी नकली पट्टेदार को खड़ा कर रजिस्ट्रार ऑफिस में 4चार रजिस्ट्री कर दिए केवल पैसे के दम पर नियम कानून को दरकिनार करते हुए, इस फर्जी रजिस्ट्री में मास्टरमाइंड का किरदार निभाए खुद रजिस्ट्रार अशोक सिंह परिहार एवं रजिस्ट्री लेखक गोपाल वैश्य इन्होंने दलालों को पहले समझा दिया था कि इस तरह करो तो हम रजिस्ट्री कर देंगे यह पहला मामला नहीं है रजिस्ट्रार और रजिस्ट्री लेखक का कई मामला प्रकाश में आज आ चुका है लेकिन सिंगरौली कलेक्टर भी मेहरबान दिख रहे रजिस्ट्रार और रजिस्ट्री लेखक पर इधर असली पट्टेदार का कहना है कि जिन-जिन लोगों ने फर्जी तरीके से मेरे जमीन को रजिस्ट्री कराया है और करने में सहभागिता निभाएं है नियम कानून को जेब में डालते हुए उन सभी लोगों के ऊपर कानूनी कार्यवाही हो फर्जीवाड़ा का सिंगरौली कलेक्टर से मांग करता हूं की कार्यवाही के अलावा मेरा जमीन भी वापिस कराई जाए ताकि अपने परिवार के साथ खेती बारी कर मैं अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर सकूं क्योंकि मेरा आय का साधन केवल जमीन ही था अगर मेरा जमीन नहीं मिला तो मैं अपने परिवार के साथ आत्महत्या करने में मजबूर हो जाऊंगा जिसका जिम्मेदार सिंगरौली कलेक्टर है और रजिस्ट्रार होंगे।