चित्रलेखा श्रीवास की रिपोर्ट
नेत्रहीनता के शिकार अवल बंजारे को न्याय दिलाने कोरबा जिला कलेक्टर से मिले परिजन
कोरबा//कोरबा जिला कलेक्ट्रेट परिसर में उस मासूम छात्र अवल बंजारे के परिजन और समाज के जागरूक लोग प्रशासन से न्याय की गुहार लगाने पहुँचे, जिसकी आँखों की रोशनी विद्यालय में हुई एक लापरवाही के चलते चली गई। अवल के पिता सहित सहयोगियों ने कलेक्टर से मुलाकात कर मेडिकल सहायता और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग करी।
जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग की ओर से ब्लॉक स्तरीय जांच अधिकारी घटना स्थल पर पहुँचे, जहाँ कथित आरोपी शिक्षक, कथित आरोपी छात्र, उसके माता-पिता, विद्यालय के प्रधान पाठक और अन्य शिक्षक उपस्थित थे। जांच अधिकारी ने अवल से जुड़ी घटना को गंभीर माना और स्वीकार किया कि लापरवाही तो हुई है, किंतु उन्होंने दोषी शिक्षकों पर कार्यवाही को लेकर कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया। उन्होंने सिर्फ यह कहा कि इलाज सरकारी प्रक्रिया के अनुसार कराया जाएगा।
अवल बंजारे के पिता बंजारे ने कहा, “यदि सरकारी प्रक्रिया दो माह तक चलेगी, तो क्या हम इस दौरान सिर्फ भरोसे पर बैठे रहें ? मुझे मजबूरी में बच्चे को इलाज के लिए चेन्नई ले जाना पड़ रहा है।” उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा की “यदि प्रशासन जल्द कोई ठोस कार्यवाही नहीं करता है, तो मैं भूख हड़ताल पर बैठूँगा।” उन्होंने सभी वरिष्ठ जनों, संगठनों और समाज के जागरूक नागरिकों से अपील की है कि वे इस लड़ाई में साथ दें और इस मासूम को न्याय दिलाने में सहयोग करें।
बताया जा रहा हैं की अवल बंजारे एक अत्यंत गरीब परिवार से आता है, इसलिए उसके इलाज व न्याय के लिए सामाजिक सहयोग अत्यंत आवश्यक है। वर्तमान में विद्यालय प्रशासन, कथित आरोपी शिक्षक व शिक्षा विभाग की निष्क्रियता पर स्थानीय जनों में आक्रोश व्याप्त है।