बारां- छबड़ा पंकज राठौर
अक्सर यह कहते ओर सुनते तो देखा हे,,, कि भगवान को किसने देखा हा, मगर सच यह भी हे कि आस्था ही पत्थर को भगवान बना देती हे,,
जी हां ऐसी ही हम आज बात कर रहे हे बारां जिले के छबड़ा के गुगोर स्तिथ बिजासन पार्वती माता की,,
नवरात्रि के इन दिनों माता की भक्ति को लेकर लोगों की आस्था की डगर जो जहां
गड्डो भरी राह भी नही रोक पा रही हे,,
शक्ति की भक्ति का पर्व नवरात्रि के पावन अवसर पर चहुंओर वातावरण भक्तिमय है। श्रद्धालुओं के मन में आदि शक्ति मां के प्रति आस्था हिलोरे मार रही है। कुछ इसी श्रद्धा और विश्वास से माता के मंदिर तक दंडवत परिक्रमा के लिए निकले श्रद्धालुओं की डगर में पथरीला रास्ता भी बाधक नहीं बन सका। भक्ती के रस में रमें भक्त जय माता दी का जयघोष की करते हुए पत्थर और गड्ढों में लेटकर गुगोर स्थित बिजासन माता दरबार में मत्था टेकने पहुंच रहे हैं। गुगोर रेलवे फाटक से छह किमी लंबे जर्जर मार्ग पर दंडवत कर रही छबड़ा निवासी मोहिनी शर्मा व मीना भार्गव का कहना हैं कि मां के दरबार तक पहुंचने से सड़क के गड्ढे और गिट्टी, पत्थर भी उन्हें नही रोक पाएंगे। मां के आशीर्वाद से पत्थर भी कोमल बन जाते हैं। उन्होंने बताया की सच्चे मन से मांगी गई प्रार्थना कभी बेकार नही जाती। बिजासन माता के दरबार से आज तक कोई खाली नही लौटा।