वन्यजीव सप्ताह के अंतर्गत तीसरे दिन धौलपुर जिले में विविध जनजागरूकता एवं शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इन कार्यक्रमों का उद्देश्य विद्यार्थियों एवं स्थानीय समुदाय में वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा मानव–वन्यजीव सहअस्तित्व की भावना को प्रोत्साहित करना रहा। कार्यक्रमों की श्रृंखला में वन विभाग ने राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, धौलपुर में टाइगर वॉच संस्थान के सहयोग से “बाघ मेला” का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शहर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्र–छात्राओं को वन्यजीवों की फोटोग्राफ प्रदर्शनी के माध्यम से जानकारी दी। साथ ही निबंध लेखन, चित्रकला एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसी क्रम में धोलपुर करौली टाइगर रिज़र्व के कोर क्षेत्र में स्थित रा.उ.मा.वि. सेवर पाली में AFD की सहायता से संचालित RFBDP योजना के अंतर्गत निबंध लेखन, चित्रकला एवं चित्र पहचान प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
साथ ही ग्राम सोने का गुर्जा में EDC की बैठक कर स्थानीय समुदाय को वन्यजीव एवं प्रकृति संरक्षण के महत्व के बारे में जानकारी दी गई तथा संरक्षण से जुड़ी भ्रांतियों का निवारण किया गया। इसके अतिरिक्त ग्राम झिरी, सेवर पाली एवं सोने का गुर्जा में नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें ग्रामीणों को वन्यजीव संरक्षण, पर्यावरणीय संतुलन एवं मानव–प्रकृति सहअस्तित्व का संदेश प्रभावी ढंग से दिया गया। इन सभी गतिविधियों के माध्यम से बच्चों, युवाओं एवं ग्रामीण समुदाय में वन्यजीव संरक्षण की दिशा में सहभागिता बढ़ाने तथा प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी की भावना सुदृढ़ करने का सफल प्रयास किया गया। उल्लेखनीय है कि 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक वन्यजीव सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है