चित्रलेखा श्रीवास की रिपोर्ट
गरीब परिवार की बेटी का सपना होगा साकार
जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. पवन सिंह की पहल से हुआ संभव, कलेक्टर अजीत बसंत ने की फीस माफ
कोरबा//जिले के पोंड़ी उपरोड़ा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत कोडगार की रहने वाली हेमलता सोरठे अब डॉक्टर बनने का अपना सपना पूरा कर सकेगी। यह संभव हुआ है जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. पवन सिंह की संवेदनशील पहल और कलेक्टर अजीत बसंत के मानवीय निर्णय के कारण।
बीते 16 अक्टूबर 2025 को कोडगार निवासी शिवबालक सोरठे, जो बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवार से आते हैं, अपनी बेटी हेमलता सोरठे के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. पवन सिंह के निज निवास तुमान पहुंचे। पिता-पुत्री ने बताया कि हेमलता का चयन शासकीय चिकित्सक महाविद्यालय, महासमुंद में एमबीबीएस के लिए हुआ है, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वे कॉलेज की फीस जमा नहीं कर पा रहे हैं।
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए डॉ. पवन सिंह ने तत्काल पहल की और कोरबा कलेक्टर अजीत बसंत से मुलाकात कर हेमलता की समस्या को उनके समक्ष रखा। मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए कलेक्टर अजीत बसंत ने छात्रा की स्थिति को देखते हुए उसकी पूरी कॉलेज फीस ₹7,81,000 (सात लाख इक्यासी हजार रुपये) माफ करने का निर्णय लिया।
इस निर्णय से हेमलता और उसके परिवार की आंखों में खुशी के आंसू छलक उठे। गरीब परिवार की बेटी का डॉक्टर बनने का सपना अब हकीकत में बदलने जा रहा है।
डॉ. पवन सिंह ने कहा,
> “हमारा उद्देश्य यही है कि किसी भी प्रतिभाशाली विद्यार्थी का भविष्य आर्थिक तंगी के कारण न रुक पाए। हेमलता जैसी मेधावी बच्ची हमारे क्षेत्र की प्रेरणा है, और मुझे गर्व है कि हमने मिलकर उसका सपना साकार करने में भूमिका निभाई।”
वहीं, हेमलता सोरठे ने अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा,
> “मैं दिल से धन्यवाद देना चाहती हूँ डॉ. पवन सिंह सर और कलेक्टर सर को, जिनकी मदद से अब मैं एमबीबीएस की पढ़ाई कर पाऊँगी। मैं भविष्य में डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करना चाहती हूँ।”
ग्राम पंचायत कोडगार एवं आसपास के ग्रामीणों ने भी जिला पंचायत अध्यक्ष और कलेक्टर के इस कदम की प्रशंसा की है। उनका कहना है कि इस तरह के निर्णय न केवल जरूरतमंद परिवारों के लिए सहारा बनते हैं, बल्कि समाज में शिक्षा और सेवा के प्रति नई प्रेरणा जगाते हैं।