बिहार के बांका जिले में आठ साल की एक मासूम के साथ सामूहिक दुष्कर्म की जघन्य व दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई है। दरिंदे मासूम को उठाकर ले गए और दुष्कृत्य के बाद उसकी आंखें फोड़ दीं। इतना ही नहीं उसके शव को एक नाले के समीप बालू रेत में गाड़ दिया गया।
यह हृदय विदारक घटना बांका के चांदन थाना इलाके में शनिवार को हुई। उस दिन दोपहर में बच्ची अचानक गायब हो गई थी। उसके छोटे भाई ने बताया कि दीदी को कुछ लोग रिक्शा में जबरन उठा ले गए। इसके बाद परिजनों ने बच्ची की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद पुलिस को खबर की गई। बच्ची के पिता कहीं और कामकाज करते हैं, वह होली पर भी घर नहीं आ सके थे। उन्हें सूचना मिली तो वह रो-रो कर निढाल हो गए।
शव के आसपास कुत्ते मंडरा रहे थे
मासूम को तलाश रहे परिजन शनिवार देर रात चांदन रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे तो वहां नाले के समीप कुत्ते मंडराते हुए नजर आए। इस पर उन्हें शक हुआ तो नाले के आसपास तलाशी ली गई। तभी बालू रेत के नीचे दबा मासूम का शव दिखाई दिया। वह रेत में आधा दबा व आधा खुला था। रेत हटाने पर परिजन ने अपनी बिटिया को पहचान लिया। मासूम की आंखें फोड़ दी गई थीं। वह निर्वस्त्र थी। शव देखते ही परिजन बिलख पड़े।
तीन संदिग्ध आरोपी गिरफ्तार
परिजनों का आरोप है कि मासूम के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। हालांकि पुलिस ने मेडिकल के बाद ही कुछ कहने की बात कही है। चांदन पुलिस ने शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों ने तीन लोगों के वारदात में शामिल होने का शक जताया। इस आधार पर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। उनसे पूछताछ चल रही है। तीनों संदिग्ध आरोपी मासूम के गांव के ही हैं। रिक्शा का मालिक फरार है। उसकी तलाश जारी है।