विकास खण्ड झंडुत्ता के तहत ग्राम पंचायत डमली के गांव धराड़सानी में कई मकान ताश के पत्तों की तरह धराशाही


मंगल ठाकुर
गाबर इंडिया लिमिटेड सड़क निर्माण कम्पनी द्वारा फोरलेन के कार्य में की गई बेतरतीब कटिंग के चलते विकास खण्ड झंडुत्ता के तहत ग्राम पंचायत डमली के गांव धराड़सानी में कई मकान ताश के पत्तों की तरह धराशाही होने के कगार पर खड़े हैं। गांव के लोगों ने पंचायत प्रधान, उप मंडलाधिकारी झंडुत्ता उपायुक्त बिलासपुर को पत्र के माध्यम से उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है पंचायत प्रधान सहित प्रशासन ने उनके क्षेत्र का दौरा कर उचित सहायता मुहैया करवाने की बात कही है गांव के पीड़ित रतनलाल व चेतराम ने बताया फोरलेन कंपनी ने बेतरतीब ढंग से अनाधिकृत क्षेत्र में अवैध रूप से कटिंग कर उनका लाखों रुपए का नुकसान कर दिया है उन्होंने बताया कि उनके मकानों में 10 से 20 फुट दरारें आ चुकी हैं उनको मकान खाली कर सामान आसमान के तले रखना पड़ रहा है जमीन 10 से 20 फुट तक थक चुकी है प्रशासन ने नाम मात्र की सहायता कर उसके मुंह में जीरे वाली कहावत को चरितार्थ किया है उन्होंने कहा की फोरलेन निर्माण मे लगी कंपनी लोगों के आशियानों के लिए खतरा पैदा कर रही है।  उनके गांव में फोरलेन निर्माण में लगी कंपनी की बेतरतीब कटिंग से कई भवनों को खतरा पैदा हो गया है। गौरतलब है कि अपने खून पसीने की कमाई से  धराड़ सानी  के इस परिवार ने अपने जीवन भर की कमाई लगा दी। मगर किसे पता था कि फोरलेन कंपनी इस तरीके से कटिंग कर उनके आशियाने को उजाड़ देगी।
फोरलेन निर्माण के लिए कंपनी द्वारा की गई कटिंग के चलते अब उनके मकान में मोटी-मोटी दरारें पड़ चुकी है। घर वालों का घर में रहना दुर्भर हो गया है। हर समय भय के सायें मे जीने को मजबूर परिवार ने पहले भी कंपनी सहित प्रशासन को समस्या से अवगत करवाया था लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी। अब बात यहां तक पंहुच चुकी है कि यह मकान हिलने-डुलने लगा है व दरारें भी पड़ चुकी है। भारी बरसात के कारण कभी भी कोई बडा हादसा हो सकता है। सुरक्षा दीवार बनाए बगैर फोरलेन कंपनी ने करीब 50 फुट की ढांक बना दी है जिस कारण उनके मकान दरक गए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि उनकी समस्या को प्राथमिकता के आधार पर देखा जाए और कंपनी से सुरक्षा दीवार सहित उनको उनके मकान का पूरा मुआवजा दिया जाए ताकि वह अपना घर बना सके। इस बारे जब उपमंडलाअधिकारी कुलदीप पटियाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हे जैसे ही सूचना मिली तो वह प्रशासनिक टीम के साथ मौका पर गए और उन्होंने पाया कि घर मे दरारें आई है व घर खतरे की स्थिति में है। उन्होंने कहा कि फोरलेन कंपनी को इसे बचाने के आदेश दे दिए है। जबकि प्रशासन की तरफ से पीड़ित परिवारों को अस्थाई तौर पर रहने के लिए उचित सहायता की जा रही है उधर पंचायत की प्रधान बंदना कुमारी ने पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा दिए जाने व सुरक्षा दीवार लगाए जाने की मांग की है

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