राजकीय महाविद्यालय राजाखेड़ा में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर संगोष्ठी आयोजित की गई। इसमें 1 दिन के लिए ललिता कुमारी को महाविद्यालय का प्राचार्य नियुक्त किया गया।

महिला दिवस पर ललिता बनी प्राचार्य।
राजकीय महाविद्यालय राजाखेड़ा में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर संगोष्ठी आयोजित की गई। इसमें 1 दिन के लिए ललिता कुमारी को महाविद्यालय का प्राचार्य नियुक्त किया गया।

महिला दिवस के अवसर पर किसी छात्रा को एक दिन के लिए प्राचार्य बनाना एक सराहनीय पहल है। यह न केवल लड़कियों में नेतृत्व क्षमता विकसित करने में मदद करता है, बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और प्रेरणा भी देता है।

इस पहल के फायदे:
1. नेतृत्व कौशल का विकास – छात्रा को निर्णय लेने और जिम्मेदारियों को निभाने का अवसर मिलता है।
2. महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा – यह संदेश देता है कि लड़कियां भी नेतृत्व कर सकती हैं।
3. प्रेरणा स्रोत बनना – अन्य छात्राओं को भी बड़े सपने देखने और मेहनत करने की प्रेरणा मिलती है।

4. शिक्षकों और छात्रों के बीच संवाद – इससे प्रशासनिक कार्यों की समझ बढ़ती है और नई पीढ़ी को शिक्षण प्रणाली से जोड़ने का मौका मिलता है।

छात्रा को वास्तविक निर्णय लेने की शक्ति देना

इस पहल को हर साल आयोजित करना ताकि अधिक लड़कियां भाग ले सकें ।
संभावित मुख्य बिंदु जो अनुज कुमार प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय राजाखेड़ा ने उजागर किए होंगे:

1. अहिल्याबाई होल्कर का नेतृत्व:

उन्होंने 18वीं शताब्दी में मालवा की शासन व्यवस्था को सफलतापूर्वक संभाला।

एक विधवा होने के बावजूद, उन्होंने हिम्मत और धैर्य से राज्य का संचालन किया।

2. न्यायप्रियता और प्रशासनिक क्षमता:

अहिल्याबाई ने व्यापार, कृषि और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ किया।

जनता के कल्याण के लिए उन्होंने कर व्यवस्था में सुधार किया और नीतियों को पारदर्शी बनाया।
अनीशा द्वारा रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री दिल्ली का उदाहरण दिया

रेखा गुप्ता दिल्ली की एक प्रभावशाली महिला नेता और समाजसेवी हैं, जो शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सुधारों के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाती हैं। उनका उदाहरण देना इस बात को दर्शाता है कि आज भी महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में बदलाव ला रही हैं और नेतृत्व कर रहीं हैं।

नगर मंत्री पतंजलि ने बताया कि
महिलाओं का राजनीति में महिलाओं की भूमिका को मान्यता दी जा रही है।
वसुंधरा राजे राजस्थान में दो बार मुख्यमंत्री रही ।
2. महिला सशक्तिकरण की समर्थक – उनके कार्यकाल में कई योजनाएँ चलाई गईं, जैसे ‘मुख्यमंत्री राजश्री योजना’, जिससे लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा मिला।
3. विकास कार्यों पर जोर – उन्होंने राजस्थान में बुनियादी ढाँचे, पर्यटन और औद्योगिक विकास को गतिशील बनाया।

संगोष्ठी में उपस्थित महाविद्यालय की प्रशासन अधिकारी अमर गोस्वामी ललिता सपना भावना साधना प्रिया प्रीति विजय मनीष मोहित दुर्गेश इत्यादि छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। संवाददाता मनोज राघव राजाखेड़ा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!