विनोद चड्ढा कुठेड़ा बिलासपुर
बिलासपुर क्षेत्रीय अस्पताल की एसआरएल लैब के स्थानांतरित होेने से लोगों मेे भारी रोष है। इस लैब के बंद होने से लोगों ने महंगे टेस्ट करवाने के लिए अब निजी लैबों मेें जाना पड रहा है। इस मुददे पर हिमाचल प्रदेश किसान कांग्रेस संयोजक व बामटा वार्ड के जिला पार्षद गौरव शर्मा ने प्रदेश सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि अगर लैब के स्थान पर कोई अन्य बेहतर विकल्प का प्रबंधन नहीं किया गया। तो वह इस मुददे पर सरकार व विभाग के खिलाफ लोगांे के साथ मिलकर जन आंदोलन खडा करेगे। उन्होंने यहां पर जारी बयान में कहा कि एक ओर प्रदेश व केंद्र की डबल इंजन सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं व अन्य कल्याणकारी योजनाओं के लागू करने के दावे कर रही है। तो दूसरी ओर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भी तरसना पड रहा है। ऐसे में अगर क्षेत्रीय अस्पताल की बात करें, यहां पर पिछले एक वर्ष से एमडी का पद रिक्त चल रहा है। वहीं अब सर्जन सहित अन्य विशेषज्ञों के पद भी रिक्त चल रहें है। जिसका खामियाजा लोगांे को भुगतना पड रहा है। उन्हांेेंने आरोप लगाया कि प्रदेश प्रदेश व केंद्र की डबल इंजन सरकार को लोगों की सेहत की कोई चिंता नहीं है। और न ही यह सरकार इस मुददे पर गंभीर है। उन्होंने प्रदेश सरकार से इस मुददे पर शीघ्र ही उचित कार्रवाई करने की मांग की है। अन्यथा लोगों के हितांे के मध्यनजर आंदोलन करने से परहेज नहीं किया जाएगा।